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उमर गौतम स्कूल में भी धर्म परिवर्तन का बनाता था दबाव, बच्चों को पढ़ाता था अरबी, टीचर का खुलासा

धर्मांतरण मामले में एक टीचर ने दावा किया कि मौलानाओं ने धर्म परिवर्तन करने पर गरीबी दूर करने का लालच दिया था. कई मौलानाओं के साथ उमर गौतम ने स्कूल का दौरा किया था. वहीं, टीचर लगातार हिंदू बच्चों को उर्दू और अरबी पढ़ाए जाने का विरोध कर रही थीं. इस वजह से टीचर को स्कूल प्रबंधन ने बाहर भी कर दिया था.

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उमर गौतम
उमर गौतम
स्टोरी हाइलाइट्स
  • धर्मांतरण केस में महिला टीचर का बड़ा खुलासा
  • कई मौलानाओं संग स्कूल आया था उमर गौतम
  • धर्म परिवर्तन का बना रहा था दबाव

धर्मांतरण मामले में रोजाना नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं. नुरुल हुदा इंग्लिश मीडियम से पहले जुड़ी रहीं एक महिला टीचर ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया है कि साल 2020 में 20-25 मौलानाओं के साथ मोहम्मद उमर गौतम स्कूल आया था. महिला टीचर ने यह भी बताया कि स्कूल आए मौलानाओं ने धर्म परिवर्तन करवाने के लिए दबाव बनाया था. 

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टीचर ने दावा किया कि मौलानाओं ने धर्म परिवर्तन करने पर गरीबी दूर करने का लालच भी दिया था. वहीं, वह लगातार हिंदू बच्चों को उर्दू और अरबी पढ़ाए जाने का विरोध कर रही थीं. इस वजह से टीचर को स्कूल प्रबंधन ने बाहर भी कर दिया था.

इसके बाद महिला टीचर ने स्कूल के प्रबंधक व उसके बेटे के खिलाफ 20 मार्च, 2021 में सदर कोतवाली में मामला दर्ज करवा दिया था. पुलिस ने आईपीसी की धारा-406, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया था.

बता दें कि पिछले दिनों यूपी एटीएस की टीम ने नोएडा में दबिश दी थी और दो लोगों को गिरफ्तार किया था. इनकी पहचान मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी के तौर पर हुई थी. एटीएस ने आशंका जताई थी कि धर्मांतरण के इस रैकेट में 100 से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं.  इस मामले में पुलिस को शक है कि करीब एक हजार लोगों का धर्मांतरण करवाया जा चुका है. पिछले दो सालों से यह रैकेट चल रहा था. रैकेट में शामिल लोग धर्म परिवर्तन करवाने के बहाने तरह-तरह के प्रलोभन देते थे. 

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धर्मांतरण के मामले पर एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार का कहना है कि अभी हम किसी भी चीज को रूल आउट नहीं कर रहे हैं. पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है. धर्मांतरण के इस अभियान की सभी संगठनों के कनेक्शन पर जांच की जाएगी, लेकिन जब तक सबूत ना मिल जाए तब तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता है.

उन्होंने आगे कहा, ''धर्मांतरण पर गिरफ्तार किए गए दो व्यक्तियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. सबूत इकट्ठे करने के लिए हमारी टीम उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों में भी गई हुई है. अभी जो भी खबरें सामने आ रही हैं, उन पर कुछ कह पाना विवेचना के लिहाज से ठीक नहीं हैं. हम अन्य एजेंसियों के भी संपर्क में है.'' उन्होंने यह भी कहा कि जब धर्मांतरण में इस बात के साक्ष्य मिल जाएंगे कि धर्मांतरण के लिए प्रलोभन या पैसे का लेन-देन हुआ है तो स्वेच्छा से धर्मांतरण की बात अपने आप खत्म हो जाएगी. इस संबंध में एविडेंस कलेक्शन चल रहा है.

 

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