हाल ही में यूपी के गाजियाबाद से एक वीडियो जमकर वायरल हुआ. वीडियो में कुछ लोग एक बुजुर्ग शख्स को बेरहमी से पीटते दिख रहे हैं. यही नहीं, एक युवक उस बुजुर्ग की दाढ़ी को कैंची से काटता हुआ दिखाई दे रहा है. युवक उस बुगुर्ज को मारते पीटते जा रहे हैं. वो रहम की भीख मांग रहा है. लेकिन आरोपी कुछ नहीं सुन रहे हैं. इस वीडियो को लेकर अब सियासत भी होने लगी है. सरकार और विपक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. हम आपको बताते हैं कि गाजियाबाद से जुड़े इस वीडियो के पीछे आखिर पूरी कहानी है क्या?
ऐसे किया गया वीडियो वायरल
सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में जिस बुजुर्ग की पिटाई हो रही है. उसने इस मामले में पुलिस से शिकायत की है. मगर इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा था कि बुजुर्ग एक समुदाय विशेष का है और उसे जय श्री राम का नारा लगाने के लिए मजबूर किया जा रहा था. इसीलिए उसकी पिटाई की जा रही थी. मामले ने इसी वजह से तूल पकड़ लिया. विपक्ष को एक मुद्दा हाथ लग गया. कांग्रेस और सपा समेत अन्य पार्टियों ने योगी सरकार पर हमला तेज कर दिया.
पहले ऑटो चालकों पर था पिटाई का इल्जाम
उधर, इस मामले पर पुलिस हरकत में आ गई. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वायरल वीडियो पुराना है और मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी पहले ही की जा चुकी है. पहले कहा गया कि कुछ ऑटो चालकों ने बुजुर्ग को एक सुनसान जगह पर ले जाकर पिटाई की थी. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि मारपीट के अलावा पिटाई करने वाले युवकों ने कैंची से बुजुर्ग की दाढ़ी भी काट दी थी. वीडियो में ये साफ नजर आ रहा है कि बुजुर्ग व्यक्ति इन युवकों के सामने काफी बेबस और लाचार था.
5 जून का है वायरल वीडियो
लेकिन घटना के वीडियो पर सिसायत शुरू हो जाने के बाद पुलिस एक्शन में आ गई. जांच में पता चला कि बर्बरता का ये वीडियो 5 जून का है. बुलंदशहर के रहने वाले बुजुर्ग अब्दुल समद उस दिन गाजियाबाद के लोनी आए थे. तभी समद के साथ परवेज गुर्जर और उसके साथियों ने जमकर मारपीट की. दरअसल, सूफी अब्दुल समद ताबीज बनाने और बेचने का काम करते हैं.
ताबीज को लेकर की गई बुजुर्ग की पिटाई
बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी परवेज गुर्जर ने अपने घर के किसी सदस्य को मुसीबत से निजात दिलाने के लिए बुजुर्ग से ताबीज लिया था. लेकिन उस ताबीज से कोई फायदा नहीं हुआ. इसी बात को लेकर परवेज गुर्जर का गुस्सा उस बुजुर्ग पर फूट पड़ा. इसी से नाराज होकर उसने अपने साथियों के साथ मिलकर बुजुर्ग के साथ इस कदर बर्बरता की. जिसे देखकर लोगों का गुस्सा भड़क गया. लेकिन सोशल मीडिया पर ये वीडियो दूसरे एंगल से वायरल कर दिया गया. मामले को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई.
एक ही समुदाय के हैं पीड़ित और आरोपी
लेकिन पुलिस जांच में पूरा मामला पलट गया. जांच के बाद इस पूरे मामले की असली कहानी सामने आ गई. पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ईराज राजा ने बताया कि तथ्यों के आधार पर इन सभी लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की विवेचना शुरू कर दी गई है. इस मामले में पुलिस शिकायत मिलने के बाद ही आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी है. जिसमें से तीन आरोपियों की गिरफ्तारी भी चुकी है. पुलिस ने मुख्य आरोपी परवेज गुर्जर समेत तीन लोगों को जेल भेज दिया है. पीड़ित और आरोपी एक ही समुदाय के हैं.
मुख्य आरोपी समेत 3 गिरफ्तार
गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक पीड़ित सूफी अब्दुल समद और आरोपी परवेज गुर्जर, आदिल और कल्लू एक दूसरे को पहले से ही जानते थे. अब्दुल समद ने गांव में कई लोगों को ताबीज दिए थे. पुलिस ने ये भी बताया था कि इस मामले में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर मुख्य अभियुक्त परवेज , कल्लू और आदिल को गिरफ्तार कर लिया है.
पहली बार ट्विटर के खिलाफ भी केस दर्ज
बुजुर्ग के साथ मारपीट और अभद्रता का वीडियो वायरल होने के इस मामले में गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर के खिलाफ मामला दर्ज किया है. ट्विटर के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने का आरोप है. पुलिस ने ट्विटर के अलावा जुबेर, राना अय्यूब के साथ-साथ 9 लोगों के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है. इन पर आरोप है कि सभी ने गलत सूचना को बिना सत्यापित किए प्रसारित करने का काम किया है.
राहुल गांधी ने ट्वीट कर किया हमला
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में बुजुर्ग की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले ने सियासी रंग ले लिया. राहुल गांधी ने ट्वीट कर सवाल खड़े कर दिए. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर इसे लेकर हमला बोला है. राहुल ने इसे शर्मनाक बताया है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि मैं ये मानने को तैयार नहीं हूं कि श्रीराम के सच्चे भक्त ऐसा कर सकते हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में आगे कहा है कि ऐसी क्रूरता मानवता से कोसों दूर हैं. राहुल गांधी ने ट्वीट में कहा है कि यह समाज और धर्म दोनों के लिए शर्मनाक है.
सीएम योगी ने दिया राहुल को जवाब
वहीं, राहुल गांधी पर सीएम योगी ने पलटवार किया. सीएम योगी ने ट्वीट कर राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रभु श्रीराम की पहली सीख है- सत्य बोलना, जो आपने जीवन में कभी किया नहीं. सीएम योगी ने अपने ट्वीट में लिखा- शर्म आनी चाहिए कि पुलिस की ओर से सच्चाई बताए जाने के बाद भी आप समाज में जहर फैलाने में लगे हैं. सत्ता के लालच में मानवता को शर्मसार कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता को अपमानित करना, उन्हें बदनाम करना छोड़ दें.
सांसद रवि किशन ने भी बोला राहुल पर हमला
बुजुर्ग की पिटाई के मामले में राहुल और योगी के साथ ही गोरखपुर के सांसद और भारतीय जनता पार्टी के नेता रवि किशन भी कूद पड़े. रवि किशन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला और कहा कि राहुल का ट्वीट हिंदु-मुस्लिम के बीच दंगे भड़का सकता है. हिंदु-मुस्लिम की राजनीति के बीच आम लोगों को नुकसान होगा.
योगी के मंत्री भी पीछे नहीं
यूपी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा भी पीछे नहीं रहे. उन्होंने कहा कि यूपी में कानून का राज है और किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा. कुछ लोग हैं जो यूपी के सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने चाहते हैं. ये खजूर खाने वाले लोग हैं और ऐसा ही काम करेंगे. अल्पसंख्यक राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने आजतक के साथ बातचीत करते हुए कहा कि किसी को कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा. वो चाहे कोई नेता हो या फिर जनप्रतिनिधि. ट्विवर को बार-बार चेतावनी देने के बाद भी जिस तरह से मनमानी कर रहा था. ऐसे में धार्मिक उन्माद फैलाने वाली बात निकलकर सामने आई है, जिससे समाज का सौहार्द खराब होता है. यह बात यूपी में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
फिलहाल, इस पूरे मामले का सच सामने आने के बाद नेताओं के बोल शांत हो गए हैं. पुलिस बुजुर्ग की पिटाई में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है. आला पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.