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लखीमपुर कांडः गृह राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को रिमांड पर लेकर पुलिस ने शुरु की पूछताछ

पुलिस को अंदेशा है कि आशीष मिश्रा अगर घटनास्थल पर मौजूद था तो वह फॉर्च्यूनर में था. क्योंकि थार जीप को हरिओम मिश्रा चला रहा था. और ड्राइवर के बगल में सुमित जायसवाल बैठा था. पीछे चल रही फॉर्च्यूनर में बैठे एक युवक से पूछताछ का वीडियो वायरल हुआ था.

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क्राइम ब्रांच की टीम आशीष को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है
क्राइम ब्रांच की टीम आशीष को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है
स्टोरी हाइलाइट्स
  • थार जीप से बरामद कारतूस जांच के लिए भेजे गए
  • गाड़ियों में सवार अन्य लोगों से भी पूछताछ जारी
  • अंकित दास ने कोर्ट में लगाई सरेंडर की अर्जी

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में शांति पूर्वक मार्च निकाल रहे किसानों को कुचलने वाला आरोपी और गृह राज्यमंत्री का बेटा आशीष मिश्रा अब पुलिस कस्टडी में है. उसे रिमांड पर लेकर क्राइम ब्रांच ने पूछताछ शुरु कर दी है. साथ ही मंगलवार को लखीमपुर क्राइम ब्रांच उस तीसरी गाड़ी और उसके मालिक तक भी पहुंच गई, जो थार जीप और फॉर्च्यूनर के पीछे चल रही थी. इतना ही नहीं पुलिस ने सुमित जायसवाल की तलाश में कुछ लोगों से पूछताछ शुरू की है.

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लखीमपुर हिंसा मामले में जांच कर रही टीम ने लखनऊ से लेकर लखीमपुर तक छापेमारी का दौर तेज कर दिया है. जिसका नतीजा ये हुआ है कि घटना के बाद से लापता हुए अंकित दास ने मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर एप्लीकेशन डाल दी. अंकित दास के साथ उसके पारिवारिक ड्राइवर लतीफ की तरफ से भी सरेंडर एप्लीकेशन डाली गई है.

जांच में पुलिस ने जहां गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के नाम पर दर्ज थार जीप से बरामद हुए दो मिस कारतूसों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है. वहीं दूसरी तरफ जीप के पीछे चल रही फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो मैं बैठे लोगों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार फॉर्च्यूनर अंकित दास के परिवार के सदस्य के नाम पर रजिस्टर्ड है.

जबकि पीछे चल रही स्कार्पियो लखीमपुर के एक ठेकेदार की बताई गई है. हालांकि कागजी तौर पर इस ठेकेदार ने सेकंड हैंड कार खरीदने के बाद इसे ट्रांसफर नहीं कराया है लेकिन अंकित दास के करीब ठेकेदार से पूछताछ की जा रही है. 

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जानकारी यहां तक मिली है कि इसी ठेकेदार का ड्राइवर अंकित दास को नेपाल बॉर्डर तक छोड़कर आया था. इसके साथ ही पुलिस ने दूसरी एफआईआर लिखवाने वाले सुमित जयसवाल की तलाश भी तेज कर दी है. सुमित जयसवाल थार जीप में बैठा था, जो घटना के बाद उग्र भीड़ को देख भाग गया था. 

सूत्रों की मानें तो पुलिस को अंदेशा है कि आशीष मिश्रा अगर घटनास्थल पर मौजूद था तो वह फॉर्च्यूनर में था. क्योंकि थार जीप को हरिओम मिश्रा चला रहा था. और ड्राइवर के बगल में सुमित जायसवाल बैठा था. पीछे चल रही फॉर्च्यूनर में बैठे एक युवक से पूछताछ का वीडियो वायरल हुआ था. वह युवक शेखर है, जिसे पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. शेखर ने ही पूछताछ में बताया कि अंकित दास फॉर्च्यूनर में मौजूद थे. बाकी लोगों को वह नहीं पहचानता. अब अंकित दास से ही आशीष मिश्रा की मौजूदगी की पुष्टि हो पाएगी. 

हालांकि पुलिस को जानकारी मिली है कि आशीष मिश्रा और अंकित दास बेहद करीबी रहे हैं. कभी अलग-अलग गाड़ी में नहीं चले. दोनों एक ही गाड़ी में आते-जाते थे. ऐसे में तिकोनिया में जब हिंसा हुई, उस वक्त अंकित दास अकेले फॉर्च्यूनर में मौजूद रहे और आशीष मिश्रा दंगल कार्यक्रम में? यह बात पुलिस को खटक रही है. लिहाजा अंकित दास का बयान पुलिस के लिए इस पूरी जांच का अहम बिंदु होगा.

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अंकित दास ने कोर्ट में सरेंडर एप्लीकेशन डाल दी है. सीजेएम कोर्ट ने सरेंडर एप्लीकेशन पर तिकुनिया पुलिस से रिपोर्ट मांगी है. उम्मीद है बीते 4 दिनों से जिस अंकित दास को लेकर लखीमपुर पुलिस लखनऊ से नेपाल तक खाक छान चुकी है. वह जब सरेंडर करेगा तो पुलिस कस्टडी रिमांड में उससे पूछताछ करेगी. तब कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ सकती है.

 

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