
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में शांतिपूर्वक मार्च निकाल रहे किसानों को कुचलने के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. अब क्राइम ब्रांच ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को पीट-पीटकर मौत के घाट उतारने वालों की तलाश भी तेज कर दी है. क्राइम ब्रांच ने इस मामले में अब तक उन 16 लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जो तिकुनिया हिंसा के वक्त घटनास्थल पर मौजूद बताए जा रहे हैं.
इतना ही नहीं लखीमपुर क्राइम ब्रांच ने मौके से मिले वीडियो और फोटोग्राफ के आधार पर बीजेपी कार्यकर्ताओं की पीट-पीटकर हत्या करने वाले आरोपियों की तस्वीरें भी जारी की हैं, ताकि उनकी पहचान करके उन्हें गिरफ्तार किया जा सके. लखीमपुर हिंसा मामले में पुलिस ने अब दूसरे पक्ष के तरफ से दर्ज कराई गई एफआईआर पर जांच और कार्रवाई तेज कर दी है.
सोमवार को लखीमपुर क्राइम ब्रांच ने जहां थार जीप भगाने वाले सुमित जायसवाल और फॉर्च्यूनर के ड्राइवर सत्यम त्रिपाठी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया वहीं दूसरी तरफ क्राइम ब्रांच ने बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में दर्ज एफआईआर पर भी जांच शुरू कर दी है. क्राइम ब्रांच ने इस कड़ी में सोमवार को 7 और मंगलवार को 9 लोगों के बयान दर्ज किए है.
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बयान दर्ज करने के बाद पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं की लाठी-डंडों पीट-पीटकर हत्या करने वाले लोगों की 6 तस्वीरें जारी की हैं और लोगों से अपील की है कि इन तस्वीरों में हथियारों से लैस दिखाई पड़ रहे लोगों की पहचान करके बताएं. पुलिस ने जानकारी देने वाले को इनाम देने की घोषणा की है. साथ ही सूचना देने के लिए एसआईटी के पांच अफसरों के नंबर भी जारी किए हैं.
इससे पहले सोमवार को गिरफ्तार किए गए सुमित जयसवाल, सत्यम त्रिपाठी नंदन सिंह और शिशुपाल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस ने आरोपियों की 5 दिन की कस्टडी रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी डाली है, जिस पर 21 अक्टूबर को सुनवाई होगी.