केन्द्रीय विद्यालयों में प्राइमरी टीचर भर्ती परीक्षा (ऑनलाइन) में सेंध लगाने वाला अन्तर्राज्यीय सॉल्वर गैंग का यूपी पुलिस ने खुलासा किया है. ये गिरोह कम्प्यूटर हैक कर पेपर सॉल्व करता था. पुलिस ने भारी मात्रा में कम्प्यूटर, इलेक्ट्रानिक्स डिवाइस आदि बरामद किए हैं. इसके साथ ही हरियाणा के पलवल, यूपी के प्रयागराज और वाराणसी से कुल 21 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस के मुताबिक, केन्द्रीय विद्यालय संगठन की प्राइमरी टीचर की ऑनलाइन भर्ती परीक्षा आयोजित की जाती थी, जिसमें ये शातिर गिरोह सुनियोजित ढंग से परीक्षा में सेंध लगाता था. सॉल्वर गैंग के सदस्य ने पूछताछ में बताया कि वे कुछ परीक्षार्थियों को आवंटित कम्प्यूटर नोड को लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) एवं प्रॉक्सी सर्वर से जोड़ते थे और पलवल (हरियाणा) में बैठकर रिमोट एक्सेस एप्लीकेशन के माध्यम से परीक्षार्थी के मॉनीटर को प्रयागराज में बैठे सॉल्वर से ऑनलाइन कनेक्ट कर देते थे. अभ्यर्थी को नकल कराने के एवज में मोटी रकम वसूला करते थे. यूपी एसटीएफ ने जनपद पलवल (हरियाणा), जनपद प्रयागराज और वाराणसी से 21 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में कम्प्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस आदि बरामद की.
पलवल से कौन गिरफ्तार?
पुलिस ने हरियाणा के पलवल से चितरंजन शर्मा को गिरफ्तार किया है. ये थाना कैंप इलाके में मोहन नगर का रहने वाला था. आरोपियों के कब्जे से 5 लैपटॉप, एक प्रिंटर, 2 इंटरनेट राउटर, 3 मोबाइल फोन, 2 एटीएम कार्ड, 5 प्रिंटेड एडमिट कार्ड बरामद हुए.
वाराणसी के चितईपुर इलाके से कौन गिरफ्तार?
-सुजीत कुमार निवासी उसरी उमरहा थाना चैबेपुर जनपद वाराणसी।
2-प्रशान्त वर्मा निवासी अशरफपुर बुआथ थाना जलालपुर जनपद अम्बेडकरनगर।
3-दीपक कुमार सोनार निवासी इगरा थाना व जनपद जीन्द हरियाणा।
4-संतोष पटेल निवासी उमरहा थाना चैबेपुर जनपद वाराणसी।
5-दीपक सिंह निवासी सपौली थाना चुनार जनपद मिर्जापुर।
क्या बरामद हुआ?
-सीपीयू- 3
-मोबाइल फोन- 4
वाराणसी के लालपुर/पाण्डेयपुर से कौन गिरफ्तार?
-सुधांशु शेखर निवासी बाराचवर थाना करीमुद्दीनपुर जनपद गाजीपुर।
-जयचन्द सिंह निवासी सपोली थाना चुनार जनपद मिर्जापुर।
-इन्द्रेश यादव निवासी भारया थाना पवई जनपद आजमगढ।
-दिप्ती सिंह निवासी भदराव थाना बरसठी जनपद जौनपुर
-प्रतिभा सिंह निवासी कर्मदेश्वरपुरम कॉलोनी कंदवा थाना चितईपुर वाराणसी
-भुवनेश कुमार कृष्ण विहार कॉलोनी थाना कोशीकला थाना मथुरा।
-ओंमकार सिंह निवासी बंका थाना मुरसान जनपद हाथरस।
क्या बरामद हुआ?
-सीपीयू- 8
- प्रॉक्सी सर्वर-1
- लैपटॉप-1
- मोबाइल फोन-2
वाराणसी के सारनाथ इलाके से कौन गिरफ्तार?
-अखिलेश कुमार यादव निवासी बरथरा खुर्द थाना चैबेपुर जनपद वाराणसी।
- कुमार गुप्ता निवासी बस्ती वर्सी निधियांव थाना मधुबन जनपद मऊ।
क्या बरामद हुआ?
-सीपीयू-2
-मोबाइल फोन-2
प्रयागराज के कर्नलगंज इलाके से कौन गिरफ्तार?
-रोहित गुप्ता निवासी तालीपुर करमानपुर थाना बैरिया जनपद बलिया।
-चन्द्रेश कुमार निवासी बाबतपुर थाना बडागांव जनपद वाराणसी।
-गजेन्द्र मौर्या निवासी मधुबनी थाना बैरिया जनपद बलिया।
-दिग्विजय यादव निवासी खुटहन जनपद जौनपुर।
-बलदाऊ वर्मा निवासी हरनाटाड थाना सिकन्दरपुर जनपद बलिया।
- कुमार यादव निवासी महमूदपुर थाना दीदारगंज जनपद आजमगढ।
बरामद क्या हुआ?
-इण्टरनेट मॉडम- 1
-लैपटॉप-11
-मोबाइल फोन-13
मुख्य वांछित अभियुक्त, जिनकी तलाश कर रही पुलिस
- सोनू यादव निवासी लोढान थाना शिवपुर जनपद वाराणसी।
-अवधेश यादव निवासी भवानीपुर थाना चोलापुर जनपद वाराणसी।
-रमाशंकर यादव निवासी महिमापुर थाना जलालपुर जनपद जौनपुर।
-ओमकान्त शाक्य निवासी डीपारा बेला जनपद औरैया।
पुलिस का कहना था कि वर्तमान में केन्द्रीय विद्यालयों में प्राइमरी अध्यापक पद के लिए ऑनलाइन परीक्षा संचालित की जा रही है. मुखबिर से पता चला था कि ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाओं में रिमोट एक्सेस के द्वारा नकल कराने का एक संगठित गिरोह है, जिसका सरगना पलवल (हरियाणा) का रहने वाला चितरंज है. ये अपने मकान से गिरोह को संचालित करता है. गैंग के एजेण्ट विभिन्न जनपदों में फैले हुये हैं. ऑनलाइन होने वाली परीक्षाओं में आवेदन करने वाले परीक्षार्थियों से विभिन्न माध्यमों से सम्पर्क कर परीक्षा उत्तीर्ण कराने का प्रलोभन देते हुये अपने झांसे में ले लेते हैं.
पुलिस ने आगे बताया कि संबंधित अभ्यर्थी जब इनके झांसे में आ जाता है तब प्रति अभ्यर्थी लगभग 10-15 लाख रूपये नकल कराकर उत्तीर्ण कराने के लिये वसूल किया जाता है. जब परीक्षा निकट आ जाती है तो गैंग द्वारा अपने सॉल्वरों को किसी गुप्त स्थान पर लैपटॉप, इण्टरनेट कनेक्शन, मोबाइल फोन एवं अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस के साथ एकत्र कर लेते हैं. इस गैंग ने सॉल्वरों को जनपद प्रयागराज के थाना कर्नलगंज क्षेत्रान्तर्गत विश्वविद्यालय रोड स्थित पन्त हॉस्टल में भी एकत्रित किया था. गैंग द्वारा ऑनलाइन परीक्षा केन्द्र के प्रबन्धक को भी प्रलोभन देकर अपने गैंग में मिला लिया जाता है.