उत्तर प्रदेश में पशुपालन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा सामने आया था. इस मामले में आरोपी आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अरविंद सेन फरार चल रहे हैं. अरविंद सेन पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था. सेन पर इनामी राशि अब बढ़ा दी गई है. भगोड़े आईपीएस अधिकारी सेन पर इनामी राशि अब बढ़ाकर 50 हजार कर दिया गया है.
इस संबंध में संयुक्त पुलिस कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि न्यायालय से भगोड़ा घोषित आईपीएस अरविंद सेन के गोमती नगर और अयोध्या स्थित आवास पर कुर्की का नोटिस चिपकाया गया है. उन्होंने बताया कि सेन पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था. संयुक्त पुलिस कमिश्नर चौधरी ने कहा कि जांच अधिकारी एसीपी श्वेता श्रीवास्तव और डीसीपी सेंट्रल सोमेन वर्मा की संस्तुति पर इनामी राशि बढ़ाकर दोगुनी यानी 50 हजार रुपये कर दी गई है.
गौरतलब है कि राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने की पुलिस ने सेन के घर पर डुगडुगी पिटवाकर नोटिस चस्पा कराया था. सेन के घर नोटिस चस्पा कराने की कार्रवाई न्यायालय के आदेश पर करीब 10 दिन पहले ही की गई थी. बता दें कि इंदौर के कारोबारी मंजीत सिंह ने पशुपालन विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर 10 करोड़ रुपये हड़पने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था.
मंजीत सिंह भाटिया ने इस मामले में कथित पत्रकार एके राजीव, आशीष राय, अनिल राय, पशुधन विकास मंत्री के प्रधान निजी सचिव रजनीश दीक्षित, सचिवालय के संविदाकर्मी धीरज, रूपक राय, उमाशंकर तिवारी समेत कई लोगों के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में केस दर्ज कराया था. मामले की तहकीकात आगे बढ़ी तो इसमें सिपाही दिलबहार सिंह यादव और अमित मिश्रा का नाम भी सामने आया था.