इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 की पार्किंग में बने एक वाशरूम में सोमवार को 12 जिंदा कारतूस पाए गए हैं. इस कारतूत को सबसे पहले देखने वाले सफाईकर्मी से दिल्ली पुलिस की टीम पूछताछ कर रही है. पुलिस अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करके इस मामले की जांच कर रही है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि .38 बोर के इन कारतूसों का इस्तेमाल पिस्तौल और रिवाल्वर में किया जाता है. टर्मिनल-3 के पार्किंग लॉट की दूसरी मंजिल में स्थित वाशरूम की देखभाल करने वाले एक कर्मचारी को ये कारतूस उस समय मिले जब वह शाम करीब चार बजे वहां सफाई करने गया था.
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि व्यक्ति इन कारतूसों को फेंकना चाहता था. उसने कारतूसों को फ्लश के जरिये बहाने की कोशिश की थी, लेकिन भारी होने की वजह से वे नहीं बहे. हम घटना के समय के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं. इससे कि उस व्यक्ति का पता चल सके जिसने इन कारतूसों को यहां फेंका.
इनपुट- भाषा