यूपी के सीतापुर जिले के संधना इलाके में तेरह वर्षीय एक नाबालिग लड़की के साथ सात व्यक्तियों ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया. पीड़िता अपने भाई के साथ मेला देखकर लौट रही थी. रास्ते में आरोपियों से उसके भाई की पिटाई करके भगा दिया और वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने केस दर्ज करके तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक, जिले के संधना इलाके में आयोजित मेला देखकर एक नाबालिग लड़की अपने भाई के साथ घर लौट रही थी. रास्ते में सात लोगों ने उन दोनों को घेर लिया. भाई को मारपीट कर भगा दिया और सातों आरोपियों ने नाबालिग को अपनी हवस का शिकार बना डाला. पीड़िता किसी तरह अपने घर पहुंची और घरवालों को आपबीती सुनाया.
पीड़िता के परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे. उनकी तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और पॉक्सो कानून के तहत केस दर्ज कर लिया है. पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने बताया कि इस मामले प्राथमिकी दर्ज कर सात आरोपियों में से तीन हिमांशु, धन्नू और कांता को गिरफ्तार कर लिया गया है. अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
यूपी में लगातार हो रहे एनकाउंटर के बीच इस साल के शुरुआती डेढ़ महीने में फिरौती, अपहरण, झपटमारी और डकैती के मामलों में कमी आयी है, लेकिन रेप, हत्या, लूट और आगजनी के मामलों में बढोत्तरी हुई है. एक जनवरी 2018 से 15 फरवरी तक की अवधि में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में हत्या के 446, लूट के 447, आगजनी के 11, फिरौती के लिए अपहरण के चार, छीना झपटी के 14, डकैती के 22 और रेप के 397 मामले दर्ज हुए हैं.
यूपी विधान परिषद में कांग्रेस सदस्य दीपक सिंह द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पिछले साल एक जनवरी से 15 फरवरी 2017 के सापेक्ष एक जनवरी से 15 फरवरी 2018 तक की अवधि में फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 20 प्रतिशत, छीना झपटी के मामलों में 48 प्रतिशत से अधिक, डकैती के मामलों में 8.33 प्रतिशत तक की कमी आयी है. जबकि पिछले एक साल में 3000 बदमाश गिरफ्तार हुए हैं.
वहीं, हत्या के मामलों में 2.53 प्रतिशत, लूट के मामलों में 20.49 प्रतिशत, आगजनी के मामलों में 120 प्रतिशत और रेप के मामलों में 11.20 प्रतिशत की बढोत्तरी हुई है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति सुदृढ है. प्रभावी कार्ययोजना के कारण ही प्रदेश में आपराधिक घटनाओं डकैती, हत्या और फिरौती के लिए अपहरण आदि में कमी आयी है. उनका कहना था कि डकैती और हत्या के मामलों में कमी आई है.
उनके मुताबिक, सूबे में पिछले साल की तुलना में डकैती में 5.70 प्रतिशत, हत्या के मामलों में 7.5 प्रतिशत, फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 13.21 प्रतिशत की कमी आई है. लूट, डकैती एवं अपहरण के अपराधों में विगत 10 वर्षो में प्रकाश में आये अभियुक्तों की वर्तमान गतिविधियों की गहनता से जानकारी कर सक्रिय अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है. सीसीटीवी कैमरे, गश्त, चेकिंग और पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है.