हैदराबाद पुलिस ने एक ऐसी जालसाज हसीना को गिरफ्तार किया है, जो खुद को कैंसर का मरीज बताकर सोशल मीडिया के जरिए अभी तक लोगों को 22 लाख रुपये का चूना लगा चुकी थी. इतना ही नहीं, फर्जी मेडिकल रिपोर्ट्स की आड़ में इसने अस्पताल को भी ठगा था. इस धोखेबाज हसीना ने ठगी के लिए फेसबुक पर एक पेज बनाया था.
साइंस ग्रेजुएट इस जालसाज हसीना का नाम सामिया अब्दुल हफीज है. पुलिस के मुताबिक, सामिया के पिता अब्दुल हफीज कैंसर के मरीज हैं. सामिया का परिवार सऊदी अरब में रहता था. कुछ समय सऊदी में इलाज करवाने के बाद वह लोग हैदराबाद आ गए. यहां वह लोग सायदाबाद इलाके में रह रहे हैं.
पिता की बीमारी से मिला ठगी का आइडिया
पिता को बीमारी से जूझते हुए देख सामिया के दिमाग में ठगी का एक आइडिया आया. सामिया ने बड़ी ही होशियारी से पिता की सभी मेडिकल रिपोर्ट्स में अपना नाम दर्ज कर लिया था. सामिया ने खुद को ब्रेन और ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित युवती बताया.
फेसबुक पर बनाया था पेज
लोगों को भरोसा दिलाने के लिए उसने सऊदी में हुए पिता के इलाज की वीडियो रिकार्डिंग तक का इस्तेमाल किया. सारे दस्तावेजों को पुख्ता करने के बाद सामिया ने फेसबुक पर 'गो फंड सामिया' नाम से एक पेज बनाया और लोगों से ज्यादा से ज्यादा डोनेट करने की अपील की.
फेसबुक पर डाला बैंक अकाउंट नंबर
सामिया ने सोशल मीडिया पर अपनी मेडिकल रिपोर्ट्स और बैंक अकाउंट की डिटेल डाली थी. लोगों से इसी अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने को कहा गया था. इतना ही नहीं, सामिया ने इलाज में मदद के लिए एक अस्पताल को भी झांसे में ले लिया था.
डोनर ने पकड़ा फर्जीवाड़ा
सामिया के दस्तावेज कितने पुख्ता थे, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अस्पताल भी उन दस्तावेजों को असली मान बैठा था. सामिया के इस फरेब से पर्दा तब उठा जब एक डोनर ने उसके दस्तावेजों में किए गए फर्जीवाड़े को पकड़ लिया.
8 महीने में ठगे 22 लाख रुपये
सामिया का भेद खुल गया. सामिया की जालसाजी से पर्दा उठने के बाद कुछ लोगों ने अस्पताल प्रशासन के साथ मिलकर सामिया के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने सामिया को गिरफ्तार कर लिया. सामिया ने 8 माह में लोगों को धोखा देकर 22 लाख रुपये ठग लिए थे.
बैंक अकाउंट में महज 5 हजार रुपये
सामिया की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके बैंक अकाउंट को सीज करने की मांग की, लेकिन अब सामिया के बैंक अकाउंट में महज 5 हजार रुपये बचे हैं. शहरवासी ही नहीं बल्कि पुलिस के आला अधिकारी भी 22 साल की इस लड़की के जालसाज दिमाग की करतूत सुनकर हैरान है.