राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बदमाशों के हौसले बुलंद है. जहां एक ओर बदमाश चुस्त हैं, तो दूसरी ओर पुलिस सुस्त है. दिल्ली में लगातार लूट, हत्या, डकैती जैसी वारदातों में इजाफा हो रहा है.
ताजा मामला रोहिणी के विजय विहार इलाके का है, जहां शनिवार शाम बाइक सवार बदमाशों ने कैश कलेक्शन एजेंट दिनेश को गोली मार दी और 11 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए. फिलहाल पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं.
बदमाशों ने लूट की इस वारदात को फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया. दिल्ली के विजय विहार इलाके में तीन बदमाश बाइक में सवार होकर आए और पैसे लेकर जा रहे कैश कलेक्शन एजेंट दिनेश को गोली मार दी और 11 लाख रुपये लूट लिए. इसके बाद तीन बदमाश बेखौफ होकर फायरिंग करते हुए घटनास्थल से फरार हो गए. सरेआम हुई इस लूट की वारदात और गोलियों की तड़तड़ाहट से आस-पास का पूरा इलाका दहल गया.
इसके बाद घटनास्थल पर काफी संख्या में लोग जमा हो गए. साथ ही घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. वहीं, पुलिस के पहुंचने से पहले बदमाशों की गोली से घायल कैश कलेक्शन एजेंट को अस्पताल पहुंचा दिया गया.
दिलचस्प बात यह है कि यह लूट की घटना विजय विहार थाने से करीब 400 मीटर की दूरी पर हुई. सूचना पर एडिशनल डीसीपी भी मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया. जब उनसे इस घटना के बारे में बातचीत करने की कोशिश की गई, तो वो मीडिया के सवालों से बचते नजर आए.
ऐसे वारदात को दिया अंजाम
विजय विहार इलाके में सिस्को कंपनी की इको वैन में ड्राइवर, कैश कलेक्शन एजेंट दिनेश और गनमैन मौजूद थे. इसी दौरान रिठाला गांव के नजदीक महाराणा प्रताप स्कूल के पास पारस मिल्क सेंटर से रुपये लेकर जैसे ही दिनेश इस इको गाड़ी की तरफ बढ़ा, वैसे ही बाइक सवार बदमाशों ने उसे गोली मार दी और करीब 11 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए. इसमें घायल दिनेश को रोहिणी के बाबा साहेब अंबेडकर हॉस्पिटल मे भर्ती कराया गया, जहां उसका उपचार चल रहा है.
मूकदर्शक बना रहा गनमैन
विजय विहार इलाके में कैश लेने आई इस इको वैन में एक गनमैन भी था. यह गनमैन वारदात के समय वैन के अंदर ही बैठा था. जब उसने फायरिंग की आवाज सुनी, तब वैन से बाहर आया. हालांकि जब तक गनमैन कुछ समझ पाता, तब तक बदमाश कैश लेकर फरार हो गए. वारदात को अंजाम देकर भागने के दौरान बदमाशों ने हवाई फायरिंग भी की. गनमैन को जवाबी कार्रवाई करने का कोई मौका ही नहीं मिला. इस घटना के बाद कलेक्शन कंपनी के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए.