केंद्र और राज्य सरकार की सुरक्षा एजेंसियों ने वर्ष 2013 से 2016 के दौरान भारत में जासूसी के आरोप में 46 पाकिस्तानी एजेंट गिरफ्तार किए हैं. पकड़े गए सभी लोगों पर पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ जुड़े होने के आरोप थे.
गृह राज्य मंत्री हरिभाई परथीभाई चौधरी ने राज्यसभा में यह सनसनीखेज जानकारी दी. हालांकि उन्होंने इस बात को नकार दिया कि देश में पाकिस्तानी जासूसों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
गृह राज्य मंत्री ने बताया कि सरकार आईएसआई की गतिविधियों से निपटने के लिए एक समन्वित और बहुपक्षीय नीति अपना रही है. जिसका काम सीमाओं पर घुसपैठ और गैरकानूनी तरीके से आवाजाही रोकने के लिए कड़ी सतर्कता बरतना और पाकिस्तानी एजेंटों का पता लगाने के लिए खुफिया तंत्र को मजबूत करना है.
इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियों के बीच करीबी समन्वय स्थापित करना भी इस नीति का हिस्सा है. ताकि आईएसआई और राष्ट्रविरोधी तत्वों के मंसूबों का नाकाम किया जा सके.
राज्य मंत्री चौधरी के मुताबिक इन प्रयासों के फलस्वरूप वर्ष 2013 से वर्ष 2016 में मार्च तक पाकिस्तान के 46 जासूसी एजेंट गिरफ्तार किए गए हैं.