मध्यप्रदेश के भोपाल में अपराध का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. विद्या नगर के बीडीए कॉम्प्लेक्स में बने फ्लैट में एक महिला की करीब 6-7 महीने पुरानी लाश मिलने से रविवार दोपहर दहशत फैल गई. लाश को एक रजाई में लपेटकर लकड़ी के दीवान में रखा गया था और ऊपर से पुराने कपड़े रखकर दीवान बंद कर दिया था. पुलिस जांच कर रही है कि महिला की बीमारी से मौत हुई है या उसकी हत्या हुई.
पुलिस के अनुसार लाश संभवत: फ्लैट में रहने वाली और सड़क परिवहन निगम में क्लर्क रह चुकीं विमला पति बृजमोहन श्रीवास्तव की है. यहां उनका 31 साल का बेटा अमित श्रीवास्तव भी साथ रहता था. पड़ोसियों के मुताबिक वह भी करीब 6-7 महीने से गायब है. लाश का पता उस वक्त चला, जब फ्लैट के वर्तमान मालिक रामवीर सिंह का बेटा अपने रिश्तेदार धर्मेंद्र सिंह और दो मजदूरों के साथ पजेशन लेने के लिए पहुंचा.
मां के इलाज के लिए बेटा मांगता था उधारी
विमला की किडनी भी खराब हो गई थीं. इसलिए माना जा रहा है कि जो शव दीवान में मिला है वह विमला का ही है. मां के इलाज के लिए अमित इधर-उधर उधारी मांगा करता था. मां की ऐसी हालत देखकर अमित भी इन दिनों डिप्रेशन में चल रहा था.
पुलिस के मुताबिक दूसरी मंजिल पर बना ये फ्लैट विमला के नाम पर था. पति की मौत के बाद विमला यहां अमित के साथ रहती थीं. कर्जे के चक्कर में अमित ने जून 2018 में फ्लैट, रामवीर को बेच दिया था. तब से अमित फ्लैट में नहीं गया था.
2 जून 2018 को हुई थी फ्लैट की रजिस्ट्री
रामवीर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 2 जून 2018 को इस 1 बीएचके फ्लैट की रजिस्ट्री बीडीए से करवाई थी. रजिस्ट्री के करीब 15 दिन पहले मेरा बेटा विमला के घर जाकर उनकी सहमति ले आया था. फ्लैट का सौदा 6 लाख में हुआ था. ढाई लाख अमित को और बाकी रकम बीडीए को अदा कर दी थी. इसके बाद से ही अमित पजेशन नहीं दे रहा था.