सरकार ने कहा कि गांधीवादी अन्ना हजारे जहां भी चाहें, वहां जाने को स्वतंत्र हैं और इस बारे में दिल्ली पुलिस फैसला करेगी कि उन्हें जेपी पार्क में अनशन करने की इजाजत दी जाए अथवा नहीं.
केंद्रीय गृह सचिव आर के सिंह ने कहा कि हजारे को रिहा कर दिया गया है और वह जहां चाहें, वहां जाने को स्वतंत्र हैं. सिंह ने कहा, ‘हजारे तिहाड़ जेल के डीआईजी के कार्यालय में हैं. उन्होंने रात में आराम किया. उन्हें और उनके समर्थकों को एक हॉल दिया गया है. दिल्ली पुलिस के अधिकारी उनसे बातचीत कर रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हजारे अब रिहा हैं और वह जहां चाहें, वहां जाने को स्वतंत्र हैं. वह मुक्त हैं और दिल्ली पुलिस के अधिकारी उनसे पूछ रहे हैं कि वह कहां जाना चाहते हैं.’
जेपी पार्क में हजारे की अनशन करने की मांग के बारे में गृह सचिव ने कहा कि दिल्ली पुलिस इस बारे में फैसला करेगी. बुधवार को सात दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के कुछ घंटों बाद ही 73 साल के हजारे को रिहा कर दिया गया. हजारे ने मंगलवार रात तिहाड़ में अपने सहयोगी अरविंद केजरीवाल के साथ बिताई. हजारे का कहना है कि जब तक उन्हें विरोध प्रदर्शन और अनशन करने इजाजत नहीं मिल जाती तब तक वह जेल से बाहर नहीं आएंगे.