मुख्य विपक्षी दल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने आज कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार से मुक्त भारत चाहती है और प्रभावी लोकपाल विधेयक तैयार होने की स्थिति में वह संसद में उसका समर्थन करेगी.
गडकरी ने भारतीय उद्योग परिसंघ के राष्ट्रीय सम्मेलन में उद्योगपतियों के सवालों के जवाब में कहा, ‘हां, हम लोकपाल विधेयक का समर्थन करेंगे.’ उनसे पूछा गया था कि क्या उनकी पार्टी संसद में प्रभावी लोकपाल विधेयक लाये जाने की स्थिति में उसका समर्थन करेगी.
बाद में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने इस बात से इंकार किया कि हज़ारे के अनशन से भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ भाजपा की लड़ाई का श्रेय गांधीवादी विचारक ले गये. गडकरी ने कहा, ‘हम इस तरह से चीजों को नहीं देखते. हमें उनके संघर्ष को राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिये.’
उन्होंने कहा, ‘मैं स्वीकार करता हूं कि भारतीय राजनीति धन, भ्रष्टाचार और अपराधियों से भरी है. हमने ऐसी ही समस्याओं को दूर करने के तरीके तलाशने के लिये एक समिति बनायी है. अगर उद्योग जगत या आम जनता के पास भी इस बारे में कुछ सुझाव हैं तो हम उन पर जरूर गौर करेंगे.’{mospagebreak}
उन्होंने कहा कि देश के मौजूदा हालात ऐसे हैं कि कोई यह दावा भी नहीं कर सकता कि वह एक क्षण में भ्रष्टाचार को 100 फीसदी उखाड़ फेंकेगा. लेकिन हम भ्रष्टाचार को कम करने की दिशा में पहल तो कर ही सकते हैं.
गडकरी ने कहा कि राजनीति में विरोधाभास भी होते हैं और बाध्यताएं भी लेकिन सियासत को निहित स्वार्थ साधने का जरिया नहीं बनने दिया जाना चाहिये. धन कमाने का विचार बुरा नहीं है लेकिन सांसद या विधायक बनकर धन कमाने का विचार बुरा है.