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अन्‍ना की हालत स्थिर: डॉक्‍टर त्रेहन

मजबूत लोकपाल बिल की मांग को लेकर राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में12 दिन तक अनशन पर बैठे अन्ना हजारे की हालत स्थिर होने के साथ ही सामान्य हो रही है.

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अन्ना हजारे
अन्ना हजारे

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मजबूत लोकपाल बिल की मांग को लेकर राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में12 दिन तक अनशन पर बैठे अन्ना हजारे की हालत स्थिर होने के साथ ही सामान्य हो रही है. उनकी देखरेख में जुटे डॉक्टरों ने सोमवार को यह जानकारी दी.

मेदांता मेडिसिटी के अध्यक्ष डॉक्‍टर नरेश त्रेहन ने कहा कि किसी को पता नहीं है कि उन्हें अस्पताल से कब छोड़ा जायेगा, उनकी हालत स्थिर है और उनकी देखरेख की जरुरत है. आम तौर पर इसमें दो से तीन दिन लगते हैं. जब उनका शरीर भोजन आदि को पचाना शुरु कर देगा तभी उन्हें अस्पताल से जाने दिया जा सकता है. उल्लेखनीय है कि रामलीला मैदान पर अन्ना के अनशन के दौरान डॉक्‍टर त्रेहन ही उनकी देखरेख कर रहे थे. अनशन समाप्त करने के बाद रविवार को ही अन्ना हजारे को यहां लाया गया था.

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डॉक्‍टर त्रेहन ने कहा कि अन्ना को अभी विश्राम की आवश्यकता है और उन्होंने उनसे मिलने के लोगों के अनुरोध को ठुकरा दिया है क्योंकि वह अभी काफी कमजोर हैं. त्रेहन ने कहा कि अनशन के बावजूद अन्ना के यकृत और गुर्दे सामान्य ढंग से काम कर रहे हैं.

उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि रविवार से सोमवार के बीच उनकी हालत में 30 प्रतिशत का सुधार आया है. उन्होंने अभी भी सही भोजन लेना शुरु नहीं किया है लेकिन सुधार संतोषजनक है. डाक्टरों का मानना है कि उनके भोजन में वृद्धि किया जाना काफी महत्वपूर्ण है लेकिन इसे धीरे धीरे बढ़ाया जायेगा. उनका रक्तचाप 130-84 और हृदय गति 80 है.

त्रेहान ने कहा कि ‘जांच से पता चला है कि उनके रक्त और मूत्र में कीटोन की मात्रा में कमी आई है और वजन भी सामान्य हो रहा है. उन्होंने कहा कि जब उन्हें यहां लाया गया था तब वह काफी थके हुए थे. उन्होंने काफी नींद और विश्राम लिया है. उन्हें फल का रस और सब्जियों का सूप दिया गया.

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