बांग्लादेश में बढ़ते हमलों के चलते चरमपंथियों के खिलाफ अभियान तेज करते हुए पुलिस ने तीन संदिग्ध इस्लामियों को गोली से उड़ा दिया. मारे गए तीनों लोग चरमपंथी संगठन जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के सदस्य थे. इसी संगठन से संबंधित चरमपंथियों ने एक हिन्दू पुजारी की गाल रेत कर हत्या कर दी थी.
इस संगठन को पुलिस अधीक्षक बाबुल अक्तर ने निशाना बनाया था. उनकी पत्नी की रविवार को आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी. रविवार को ही एक चर्च के पास अज्ञात हमलावरों ने एक ईसाई कारोबारी की हत्या कर दी थी. अल्पसंख्यकों, धर्मनिरपेक्ष ब्लॉगरों, बुद्धिजीवियों और विदेशियों पर सिलसिलेवार हमले हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश में तीन हमलावरों ने मंगलवार को 70 वर्षीय एक हिंदू पुजारी की गला काट कर हत्या कर दी. मुस्लिम बहुल इस देश में अल्पसंख्यकों और धर्म निरपेक्ष कार्यकर्ताओं पर मुस्लिम चरमपंथियों के नृशंस हमलों की यह ताजा घटना है. इस साल यह दूसरे पुजारी की हत्या की गई है.
सहायक पुलिस अधीक्षक गोपीनाथ कांजीलाल ने बताया कि झिनाईगाह जिले के नोलडांगा गांव में पुजारी आनंदा गोपाल गांगुली सुबह करीब साढ़े नौ बजे मंदिर जा रहे थे. तभी मोटरसाइकिल से आए तीन हमलावरों ने तेज धार वाले हथियारों से उनका गला काट दिया. संदिग्ध उग्रवादियों ने यह हत्या की है.
पुलिस प्रमुख अल्ताफ हुसैन ने बताया कि इस मामले को देखकर ऐसा लग रहा है कि गांगुली को उग्रवादियों ने मारा है, क्योंकि जिस तरह उनकी हत्या की गई है, वह तरीका पहले उग्रवादियों का रहा है. वह साधारण बुजुर्ग आदमी थे, जिन्हें आसपास के ज्यादा लोग नहीं जानते थे.
उन्होंने बताया कि हमें ऐसा कोई संकेत नहीं मिला कि मृतक पुजारी की किसी से कोई दुश्मनी थी. परिस्थितियों से इसमें उग्रवादियों का हाथ होने का शक होता है. हमने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है. शव बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. घटना की जांच की जा रही है.