बिहार के नालंदा जिले से फिरौती के लिए अगवा किए गए छात्र ऋतिक राज की लाश बुधवार को जहानाबाद जिले के हुलासगंज थाना इलाके में एक पंचायत भवन से बरामद की गई. बीती एक मई को फिरौती के लिए उसका अपहरण कर लिया गया था.
अगवा छात्र का शव जहानाबाद के एकंगरसराय से बरामद हुआ. पुलिस उपाधीक्षक शिर्वेन्द्र भारती ने बताया कि 15 वर्षीय ऋतिक राज को एक मई के दिन अगवा कर लिया गया था. वह एक चावल मिल के मालिक निरंजन प्रसाद का पुत्र था.
पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि कक्षा आठ में पढ़ने वाले छात्र ऋतिक को एकंगरसराय क्षेत्र से उस समय अगवा कर लिया गया था, जब वह गत एक मई की शाम 6 बजे अपने एक मित्र आशीष कुमार के साथ घर से क्रिकेट खेलने निकला था.
ऋतिक को अपहरण कर लिए जाने के बाद अपहरणकर्ताओं ने उसे छोड़ने की अवज में उसके पिता को फोन करके फिरौती के तौर पर 50 लाख रपये की मांग की थी.
पुलिस के मुताबिक जिस दिन ऋतिक का अपहरण हुआ था, उसी दिन अपहरणकर्ताओं ने उसकी पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. और उसके बाद बोल बिगहा और कोयरी बिगहा गांव के बीच स्थित सुनसान पंचायत भवन में उसकी लाश को रख दिया था.
पंचायत भवन से ऋतिक का शव मिलने से स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क उठा. उन्होंने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू दिया. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया. इस दौरान एक पुलिस अधिकारी भी जख्मी हो गए.
बाद में अतिरिक्त पुलिस बल की मदद से आक्राशित लोगों को काबू किया गया. डीएसपी भारती ने बताया कि किशोर के शव को जहानाबाद सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर परिजन को सौंप दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी विकू कुमार को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है.