कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन ऑलआउट में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है. घाटी में आतंक के पर्याय बन गए लश्कर कमांडर अबु दुजाना को पुलवामा के हाकरीपोरा गांव में मार गिराया गया. सुरक्षा बलों की माने तो दुजाना कश्मीर में घाटी में आतंकी वारदात के साथ ही वहां जमकर अय्याशी करता था. किसी भी कश्मीरी के घर में घुस जाता. उनकी मां-बहन के साथ घिनौनी हरकत करता. उसकी मौत से घाटी में सुकून की लहर दौड़ गई है.
अबु दुजाना के साथ ही उसका एक साथी आतंकी आरिफ ललहारी भी मारा गया है. पिछले दो साल से भारतीय सेना कश्मीर घाटी से आतंकियों का सफाया करने के लिए 'ऑपरेशन ऑलआउट' अभियान चला रही है. 'ऑपरेशन ऑलआउट' के तहत आतंकियों की एक लिस्ट तैयार की गई है. इसके आधार पर अलग-अलग इलाकों में आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन करके उन्हें ढेर किया जा रहा है. इस ऑपरेशन के तहत अब तक करीब 106 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया है.
इसमें लश्कर-ए-तैयबा और हिज़्बुल मुजाहिदीन के प्रमुख आतंकी शामिल हैं. हिज़्बुल मुजाहिदीन के बुरहान वानी, खालिद, सबज़ार अहमद बट, फैजान मुजफ्फर, आबिद खान नाम शामिल है. लश्कर-ए-तैयबा के अबू कासिम, जुनैद मट्टू, बशरत अहमद शेख, ऐजाज अहमद मीर है. अबु दुजाना लश्कर का टॉप कमांडर था. सुरक्षाबलों ने उस पर 10 लाख रुपये का इनाम था. आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक दुजाना का एक मोबाइल फोन सुरक्षा बलों के हाथ लगा.
वो मोबाइल पिछली मुठभेड़ के दौरान छूट गया था. उस आईफोन में दुजाना के ठिकानों और साथियों का सुराग था. सुरक्षा बलों ने दुजाना के साथी आतंकियों का पीछा किया. फोन से दुजाना के मुवमेंट को ट्रेस करने में उन्हें मदद मिली. उसको घेरकर उसके घर में आग लगा दिया गया. इस तरह एक हैवान का काम तमाम कर दिया गया. 2010 में लश्कर में शामिल दुजाना ने पीओके के कैंपों में आतंकवाद की ट्रेनिंग ली थी. 2015 में लश्कर का कमांडर बना था.