आगरा टोल प्लाजा पर फायरिंग के मामले में पुलिस ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की. पुलिस ने बीजेपी सांसद राम शंकर कठेरिया के दोनों सुरक्षा कर्मियों विपिन और पिंकू उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया. दोनों सिपाही पहले ही सस्पेंड किए जा चुके हैं. इन दोनों सिपाहियों ने टोल पर मारपीट के बाद फायरिंग की थी.
अभी हाल में आगरा में इनर रिंग रोड पर एक टोल बूथ से सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें इटावा से सांसद कठेरिया के गार्ड को एक टोलकर्मी की पिटाई करते और हवा में फायरिंग करते देखा गया. रिपोर्ट के मुताबिक, टोल प्लाजाकर्मी ने सांसद के काफिले में शामिल सभी गाड़ियों के लिए टोल टैक्स मांगा था. बाद में पीड़ित ने एत्तमादपुर पुलिस थाने में सांसद और उनके गार्ड के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई. आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने कहा कि शिकायत और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक एफआईआर दर्ज की गई और सच्चाई का पता लगाने के लिए मामले की जांच की जा रही है.
इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए रामशंकर कठेरिया ने कहा कि 'टोल प्लाजा पर जो घटना हुई, उसमें मैं बीच-बचाव कर रहा था और टोलकर्मियों का लाठी-डंडे लेकर आने का फुटेज नहीं दिखाया गया. कुछ लोग पुलिसकर्मी से रिवाल्वर छीनने की कोशिश कर रहे थे. इसके बाद सुरक्षाकर्मी ने फायर की थी लेकिन यह वीडियो नहीं दिखाया जा रहा है.' बीजेपी सांसद रामशंकर कठेरिया ने कहा कि 'इस मामले को आगरा के कुछ राजनीतिक लोग तूल दे रहे हैं और मेरी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. मैं कहता हूं कि पुलिस प्रशासन निष्पक्ष जांच करे और पता करे कि कौन धमकी दे रहा है, उसके खिलाफ जरूर कार्रवाई होनी चाहिए.'