अगस्ता वेस्टलैंड केस में घूसखोरी का जटिल मामला ईडी जल्द सुलझा सकता है. इस मामले एक प्रमुख आरोपी राजीव सक्सेना सरकारी गवाह बनने को तैयार हो गया है. आजतक-इंडिया टुडे ने 14 दिन पहले ही यह खबर दी थी कि राजीव सक्सेना सरकारी गवाह बन सकता है. सक्सेना ने बुधवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में एक आवेदन दाखिल कर इस केस में गवाह बनने का अनुरोध किया.
कोर्ट ने इसके बाद इस पर प्रवर्तन निदेशालय का जवाब मांगा और सूत्रों के अनुसार ईडी ने सक्सेना के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है. सक्सेना को हाल में दुबई से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया था. सूत्रों ने इंडिया टुडे-आजतक को बताया कि राजीव सक्सेना ने यह स्वीकार कर लिया है कि उसे भारत के कई लोगों को रिश्वत दिए जाने की जानकारी है, इनमें एक शेल कंपनी शामिल है, जो अगस्ता वेस्टलैंड डील में मिले घूस को कहीं और पहुंचाने के लिए बनाई गई थी.
प्रवर्तन निदेशालय को उम्मीद है कि राजीव सक्सेना अब पूछताछ में क्रिश्चियन मिशेल और गौतम खेतान की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी देगा, जो अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआई चॉपर डील में आरोपी हैं. ईडी का यह मानना है कि सक्सेना को भी यह जानकारी थी कि वायु सेना और अन्य विभागों के अफसरों के अलावा किन नेताओं को घूस दिया गया है.
ईडी के अनुसार, राजीव सक्सेना की तीन कंपनियों-इंटरसेलर टेक्नोलॉजीज (मारीशस), यूएचवाई सक्सेना (दुबई) और मैट्रिक्स होल्डिंग (दुबई) को गॉर्डियन सर्ल (ट्यूनिशिया) और आईडीएस टेक्नोलॉजीज (ट्यूनिशिया) से रिश्वत मिली थीं. घूस देने वाली दोनों कंपनियां अगस्ता वेस्टलैंड के आरोपी गौतम खेतान द्वारा स्थापित की गई थीं. सौदे के दलाल कार्लो गेरोसा और गिडो हश्चे इन कंपनियों में डायरेक्टर थे.
ईडी ने यह भी दावा किया कि खेतान और मिशेल को घूसखोरी के पूरे इस चेन की जानकारी थी कि किसे और कहां, कितनी रिश्वत दी गई. ईडी ने इसके पहले पटियाला हाउस कोर्ट, दिल्ली को बताया था कि राजीव सक्सेना रिश्वत के इस चेन का पता लगाने में मदद कर रहा है. इसके पहले वीवीआईपी चॉपर अगस्ता वेस्टलैंड डील की जांच कर रही सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) को पिछले साल दिसंबर में बड़ी कामयाबी मिली थी, जब लंबी कोशिशों के बाद आखिरकार इस डील के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को भारत लाया लाया गया. दुबई जेल में बंद मिशेल प्रत्यर्पण के तहत भारत पहुंचा था. दिल्ली लाए जाने के बाद उसे सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा. दिल्ली उतरते ही सीबीआई ने मिशेल को अपनी कस्टडी में ले लिया गया.