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गर्भवती पत्नी के इलाज के लिए बना AIIMS का फर्जी डॉक्टर, पुलिस ने किया गिरफ्तार

जानकारी के मुताबिक शनिवार को दिन में करीब 11 बजे एम्स के प्रसूति विभाग के वॉर्ड के बाहर सुरक्षाकर्मी ने एक युवक को संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए पाया.

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गिरफ्तार किया गया युवक
गिरफ्तार किया गया युवक

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देश की राजधानी दिल्ली में बने सबसे बड़े अस्पताल एम्स में इलाज करवाना कितना मुश्किल है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि संस्थान में काम कर रहे कर्मचारी तक को डॉक्टर बनकर घूमना पड़ रहा है ताकि उसकी पत्नी को बेहतर इलाज मिल सके.

जानकारी के मुताबिक शनिवार को अस्पताल के प्रसूति विभाग में एक ऐसे ही शख्स को पकड़ा गया जो अपनी गर्भवति पत्नी को बेहतर इलाज कराने के लिए डॉक्टरों का गाउन पहनकर वॉर्ड में घूम रहा था. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर युवक को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है.

जानकारी के मुताबिक शनिवार को दिन में करीब 11 बजे एम्स के प्रसूति विभाग के वॉर्ड के बाहर सुरक्षाकर्मी ने एक युवक को संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए पाया. सुरक्षाकर्मी के पूछने पर युवक ने अपना परिचय एम्स के नेफ्रोलॉजी विभाग के सीनियर रजि‌डेंट डॉक्टर के तौर पर दिया, जब उससे आईडी कार्ड मांगा गया तो वह नहीं दे पाया. शक होने पर सुरक्षाकर्मी ने अस्पताल प्रबंधन को इसकी जानकारी दे दी. इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने युवक को पुलिस को सौप दिया.

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पुलिस पूछताछ में युवक ने बताया कि उसका नाम आशीष त्रिपाठी (25) है और वो साहिबााद का रहने वाला हूं. उसने लखनऊ के एक संस्थान से ऑपरेशन थिएटर एंड मैनेजमेंट का कोर्स किया है. फिलहाल वह एम्स में ही डासलिसिस के मरीजों को देखता है. उसका कहना है कि उसकी पत्नी गर्भवति है और उसे वॉर्ड में भर्ती करवाने में ज्यादा परेशानी ना हो इसलिए उसने डॉक्टरों वाला (सफेद) कोट पहनना था. बता दें कि एम्स में फर्जी डॉक्टरों के पकड़े जाने की यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी एम्स में फर्जी डॉक्टरों के पकड़े जाने की खबरें सामने आती रही हैं.

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