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जेल में हनीप्रीत पर खुफिया विभाग की नजर, गायब करवा सकती है सबूत!

गुरमीत बाबा की बेबी हनीप्रीत भले ही अंबाला की सेंट्रल जेल में बंद हो लेकिन हरियाणा पुलिस का ख़ुफ़िया तंत्र अभी भी उसकी निगरानी कर रहा है. दरअसल, पुलिस को आशंका है कि हनीप्रीत जेल में होने के बावजूद सबूत गायब करवा सकती है.

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हनीप्रीत को सुरक्षा के मद्देनजर अलग सेल में रखा गया है
हनीप्रीत को सुरक्षा के मद्देनजर अलग सेल में रखा गया है

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गुरमीत बाबा की बेबी हनीप्रीत भले ही अंबाला की सेंट्रल जेल में बंद हो लेकिन हरियाणा पुलिस का ख़ुफ़िया तंत्र अभी भी उसकी निगरानी कर रहा है. दरअसल, पुलिस को आशंका है कि हनीप्रीत जेल में होने के बावजूद सबूत गायब करवा सकती है.

सूत्रों के मुताबिक अंबाला सेंट्रल जेल में बंद हनीप्रीत खुफिया विभाग नजरें गड़ाए बैठा है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि वह सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम की खास राजदार है. अभी भी डेरा और उसके सरदार से जुड़े कई राज बाहर नहीं आ पाए हैं. पूछताछ के दौरान हनीप्रीत ने केवल गिने-चुने सवालों के जवाब ही पुलिस को दिए हैं.

जिन सबूतों के बारे में हनीप्रीत ने पुलिस को बताया वे भी अभी तक पुलिस की पहुंच से बाहर हैं. पुलिस को शक है कि हनीप्रीत उससे मुलाकात करने के लिए आने वाले किसी भी शख्स के ज़रिए वो सारे सबूत मिटवा सकती है, जिनकी पुलिस को तलाश है.

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गुरुवार को जब हनीप्रीत के परिवार ने उससे मुलाकात की थी, तो उस वक्त मुलाकाती कक्ष के आस-पास इंटेलिजेंस और गुप्तचर विभागों के कर्मचारी और जेलकर्मी भी मंडरा रहे थे. मुलाकात कड़ी सुरक्षा के बीच करवाई गई थी. आलम ये था कि जिन लोगों को शाम के समय जेल से रिहा होना था, उनको मुलाकात ख़त्म होने तक रोक दिया गया था.

गौरतलब है कि आठ दिनों के भीतर हनीप्रीत और उसके परिजनों के बीच यह दूसरी मुलाकात थी. इससे पहले दिवाली से ठीक एक दिन पहले हनीप्रीत का परिवार उससे मिलने पहुंचा था. अचानक एक सप्ताह के भीतर ही उसका परिवार फिर से उसे मिलने जेल पहुंच गया.

पुलिस को शक है कि हनीप्रीत किसी न किसी पारिवारिक सदस्य के जरिए डेरा सच्चा सौदा और उसके कई ठिकानों में मौजूद संदिग्ध दस्तावेजों और सबूतों को नष्ट करवा सकती है. पंचकुला पुलिस की एसआईटी हिंसा में हनीप्रीत का हाथ होने की भूमिका साबित करने के लिए सबूतों की तलाश में जुटी है.

हनीप्रीत से पूछताछ कर लेने के बाद भी पुलिस अभी तक न तो उसका लैपटॉप बरामद कर पाई है और न ही उसकी गुप्त डायरी. जिसमें हिंसा के अलावा डेरा सच्चा सौदा से जुड़े कई राज छिपे हैं. यहां तक की उसके आइफोन से भी ज़्यादातर डेटा डिलीट किया जा चुका है.

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