अमृतसर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसमें 532 करोड़ रुपए की हीरोइन तस्करी के मामले में आरोपी साबित होने पर एक थानेदार ने खुदकुशी कर ली. थानेदार अमृतसर के अटारी बॉर्डर पर तैनात था. थानेदार का नाम अवतार सिंह है जिसे सोमवार को हेरोइन और दूसरे नशीले पदार्थों के साथ गिरफ्तार किया गया था. घटना के दिन भी आरोपी अवतार सिंह और उसका दूसरा साथी को पुलिस कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही थी.
जानकारी के मुताबिक गिरफ्तारी के बाद आरोपी थानेदार अवतार सिंह ने मंगलवार को एसटीएफ प्रकोष्ठ के एक संतरी से एके-47 राइफल छीनकर अपनी कनपटी पर गोली मार ली. घटना के समय अवतार सिंह के साथ दूसरा आरोपी थानेदार जोरावर सिंह भी उसी सेल में मौजूद था. गौरतलब है कि स्पेशल टास्क फोर्स ने सोमवार देर रात अटारी सेक्टर के थाना घरिंडा में तैनात दो थानेदारों अवतार सिंह और जोरावर सिंह को हीरोइन और दूसरे नकली नशीले पदार्थों के साथ गिरफ्तार किया था.
बताया जा रहा है कि अवतार सिंह अमृतसर के छरहटा का निवासी है वहीं दूसरा आरोपी जोरावर सिंह गांव अचिंत पुर का निवासी है. दोनों काफी अरसे से नशीले पदार्थों की तस्करी के धंधे में लगे हुए थे. हालांकि अमृतसर पुलिस ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं लेकिन पंजाब पुलिस पर लगातार संगीन मामलों के आरोपियों और खासकर पुलिस वालों को बचाने के आरोप लग रहे हैं.
घटना के दिन पुलिस दोनों को कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही थी. पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी थानेदारों के तार 30 जून को पकड़े गए 532 किलो हिरोइन के जखीरे के मामले से जुड़े हुए हैं. जिसमें इस मामले के मुख्य आरोपी गुरपिंदर सिंह की 21 जुलाई को अमृतसर के जुडिशल लॉकअप में मौत हो गई थी.