अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से जियॉलजी में पीएचडी कर रहे कश्मीरी छात्र मन्नान वानी के हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल होने की खबर है. मन्नान वानी तीन जनवरी से लापता है. हालांकि, हथियार के साथ सामने आई उसकी तस्वीर को पुलिस आतंकी संगठन में शामिल होने का सबूत नहीं मान रही. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मन्नान को निलंबित कर दिया है.
सोशल मीडिया पर मन्नान वानी की हथियार सहित तस्वीर और वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है. खुफिया एजेंसियों सहित यूपी पुलिस भी जांच में जुट गई है. अलीगढ़ के एसएसपी राजेश कुमार पांडेय के नेतृत्व में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मो. हबीब हॉल में उस कमरे की तलाशी ली गई, जहां रिसर्च स्कॉलर मन्नान बानी रहता था.
एसएसपी ने कहा है कि मनान वानी छह दिन पहले तक हॉस्टल में ही था. उसके कमरे से कुछ लिट्रेचर बरामद हुआ है, जिसे कब्जे में ले लिया गया है. एएमयू के प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहसिन खान ने बताया कि मनान वानी की इस कृत्य के बाद उसे यूनिवर्सिटी से निलंबित कर दिया गया है. वहीं सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा है कि हालात पर हमारी नजर है.
सूत्रों के मुताबिक, पीएचडी स्कॉलर मन्नान वानी ने हिज्बुल मुजाहिदीन ज्वाइन कर लिया है. हालांकि जम्मू कश्मीर पुलिस का कहना है कि मन्नान वानी के आतंकी संगठन में शामिल होने की खबर पुष्ट नहीं हो सकी है. हथियार के साथ उसकी तस्वीर सामने आने की खबर पक्की है, लेकिन तस्वीर फोटोशॉप की जा सकती है. सुरक्षा एजेंसियां इसकी जांच में जुटी हैं.
जानकारी के मुताबिक, मन्नान वानी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के लोलाब का रहने वाला है. वह अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जियोलॉजी में पीएचडी कर रहा था. 26 साल का वानी तीन दिन पहले घर आने वाला था, लेकिन उसने घर पर कोई खबर नहीं दी. वह पिछले पांच साल से एएमयू में रह रहा था, वहां से उसने एमफिल की डिग्री भी ली है.
बताते चलें कि हाल ही में कश्मीर के कॉलेज छात्र और फुटबॉल खिलाड़ी माजिद अरशिद खान ने ऐसे ही आतंकी संगठन ज्वाइन कर लिया था. माजिद खूंखार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ जुड़ा था. हालांकि, अपनी मां की अपील के बाद माजिद ने आतंकी संगठन को छोड़ दिया और घर वापस आ गया था. ऐसी घटनाएं घाटी में लगातार हो रही हैं.