बिहार के वैशाली जिले के महुआ में अपनी बेटी को सुसराल के लिए विदा नहीं करने की कीमत एक बाप को जान देकर चुकानी पड़ी. एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के विदाई नहीं होने से नाराज होकर अपने ही ससुर की धारदार हथियार से हत्या कर दी. पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही है.
जानकारी के अनुसार, जिले के पातेपुर का रहने वाला राजकुमार पासवान बुधवार को अपने ससुराल फुलवरिया गांव आया था. पिछले छह महीने से उसकी पत्नी अपने मायके में ही थी. वह अपने ससुर वीरेंद्र पासवान पर अपनी पत्नी की विदाई करने के लिए दबाव बना रहा था.
वीरेंद्र अभी अपनी बेटी को ससुराल के लिए विदा करने के पक्ष में नहीं थे. इसी बात को लेकर देर रात ससुर-दामाद में बहस हुई. इसी क्रम में गुस्साए राजकुमार ने वहीं रखे हसिया (एक प्रकार का धारदार हथियार) से अपने ससुर वीरेंद्र पर वार कर दिया, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई.
महुआ के थाना प्रभारी भागीरथ कुमार ने गुरुवार को बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया. उन्होंने कहा कि इस मामले में मृतक के बेटे राजाराम पासवान के लिखित बयान पर हत्या की एक प्राथमिकी थाने में दर्ज कर ली गई है. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
बताते चलें कि बिहार में लगातार हत्या की वारदात हो रही है. हाल ही में बक्सर में बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर बहुजन समाज पार्टी के एक नेता की हत्या कर दी थी. बदमाशों की गोलीबारी में बसपा नेता के बेटे को भी गोलियां लगी. पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया, लेकिन हत्या की वजह पता नहीं चल सका.
पुलिस के मुताबिक, बिहार के राज्य महासचिव और नदांव ग्राम पंचायत के पूर्व मुखिया BSP नेता 40 वर्षीय खूंटी यादव की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी. बसपा नेता बक्सर के सरीमपुर में स्थित अपनी दवाइयों की दुकान बंद कर SUV वाहन से घर लौट रहे थे. कार में उनके साथ उनका 26 वर्षीय बेटा यशवंत भी सवार था.
बसपा नेता की गाड़ी इटाढ़ी रेलवे क्रॉसिंग के नजदीक पहुंची ही थी कि अज्ञात बंदूकधारी बदमाशों ने उनकी गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. बक्सर नगर थाना के पुलिस निरीक्षक अविनाश कुमार ने बताया था कि हमले में जहां बसपा नेता खूंटी यादव की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं उनका बेटा यशवंत गंभीर रूप से जख्मी हो गया.