द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (टेरी) के पूर्व प्रमुख आरके पचौरी पर एक दूसरी महिला पूर्व कर्मचारी ने भी यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. हाल ही में प्रमोशन हासिल करने वाले पचौरी ने मंगलवार को ही अपने उपर लगे यौन शोषण के आरोपों पर दिल्ली हाईकोर्ट में जवाब दाखिल किया है.
पहले पुलिस ने नहीं रिकॉर्ड किया बयान
आरोप लगाने वाली दूसरी पूर्व महिला कर्मचारी के वकील वृंदा ग्रोवर और रत्ना अपनेंद्र ने बताया कि पचौरी पर जब पहला एफआईआर हुआ था तब भी इस महिला ने शिकायत करने की कोशिश की थी. तब पुलिस वालों ने उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया था और बयान रिकॉर्ड नहीं किए जा सके थे. वकील ने बताया कि जब पचौरी को फिर से सम्मानित किया गया है तो इन महिला ने अपनी चुप्पी तोड़ने की ठान ली है और शिकायत के साथ सामने आई है.
आरोप के बावजूद पचौरी का प्रमोशन
इस बीच पचौरी की शिकायत करनेवाली पहली महिला कर्मचारी उनके प्रमोशन से हैरान है. उसने पचौरी पर मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. पचौरी को मिली जमानत रद्द की जाए. पचौरी को टेरी का कार्यकारी उपाध्यक्ष बनाए जाने पर महिला ने टेरी की कड़ी आलोचना की. उन्होंने पचौरी को हरित निकाय इस जिम्मेदारी दिए जाने को शर्मनाक बताया.
मामले को अंजाम तक ले जाएगी महिला
महिला ने कहा कि इस फैसले ने उसके रोंगटे खड़े कर दिये हैं. वह इस मामले को अंजाम तक ले जाएंगी. एक खुले पत्र में पूर्व कर्मचारी ने कहा कि टेरी की संचालन परिषद का फैसला घृणित है. टेरी ने ने पचौरी के गंभीर आपराधिक आरोपी होने के बावजूद उन्हें नए पद से सम्मानित किया है.
पचौरी ने कहा स्वार्थ से प्रेरित हैं आरोप
वहीं आर के पचौरी ने सभी आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है. उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाली महिला शैक्षणिक गतिविधियों के चलते देश से बाहर थी. महिला के आरोप दुर्भावना और स्वार्थ से प्रेरित हैं.