यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ के कमान संभालते ही महिला सुरक्षा के मद्देनजर एंटी रोमियो स्क्वॉड के लिए आदेश जारी कर दिए गए. सूबे के तमाम शहरों में एंटी रोमियों स्क्वॉड सड़कों पर नजर आने लगी हैं. गर्ल्स स्कूल और कॉलेज के पास लड़कों से पूछताछ की जा रही है. मनचलों को हिरासत में लिया जा रहा है. पुलिस टीम बेहद सक्रिय हो गई है.
डीजीपी जावीद अहमद ने कहा कि एंटी रोमियो स्क्वॉड का मतलब किसी को परेशान करना नहीं, बल्कि लड़कियों के साथ हो रही छेड़खानी पर नकेल कसना है. हमारा मकसद यह नहीं है कि कौन, किससे मिल रहा है या कौन किसके साथ घूम रहा है. लेकिन यदि सावर्जनिक जगह पर कोई किसी महिला के साथ छेड़छाड़ कर रहा है, तो उसे बक्शा नहीं जाएगा.
उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन के जरिए किसी भी तरह से अपनी मर्जी से घूम रहे या सिनेमा हॉल से आ रहे हैं या अपने घर जा रहे लड़के-लड़कियों को परेशान करने का कोई मकसद नहीं है. यदि किसी निर्दोष को परेशान करने की कोई घटना हुई है, तो वो गलत है. हम ऐसा आर्डर जारी कर रहे हैं, जिसमें साफ कि जाएगा कि किस परिस्थिति में क्या करना है.
जलील नहीं, पहले समझाएगी पुलिस
डीजीपी ने यह भी कहा कि किसी को वॉर्न करने के मतलब ये कतई नहीं होगा कि किसी का मुंह काला कर दिया जाए या उसको जलील किया जाए बल्कि पुलिस ऐसे लोगों को समझाएगी. यदि जरूरत पड़ी तो उनके परिजनों को भी बुलाया जाएगा. वैसे लड़कों को समझना चाहिए कि किसी का मजाक उड़ाने या छेड़छाड़ करने में मर्दानगी नहीं है. उर्जा सही दिशा में लगाएं.
500 पुलिस अफसर रखेंगे कड़ी नजर
बताते चलें कि बीजेपी के चुनावी वायदे के तहत पुलिस द्वारा एंटी रोमियो टीम की शुरूआत सबसे पहले लखनऊ जोन में की गई है. आईजी सतीश गणेश राज्य स्तर पर इसके मुखिया होंगे. शुरूआत में जोन के हर शहर के हर एक थाने को छेड़छाड़ के रोकथाम के काम में लगाया गया है. करीब 500 पुलिस अधिकारी सिर्फ इसी काम के लिए लगा दिए गए हैं.
संदिग्ध इलाके की पहचान करेगी पुलिस
हर थानाध्यक्ष अपने थाने के इलाके मे घटनाओं का रोकथाम के लिए जिम्मेदार होगा. पहले से ही बदनाम और संवेदनशील इलाकों की पहचान की जाएगी. वहां पर सबसे पहले और लगातार एक्शन लिया जाएगा. जिले स्तर पर टीम की अगुवाई इंस्पेक्टर रैंक का पुलिसकर्मी करेगा. उन अपराधियों पर भी शिकंजा कसेगा, जो फरार हैं या फिर परोल से भागे हैं.
सादी वर्दी में रहेंगी महिला पुलिसकर्मी
एंटी रोमियो टीम में ज्यादातर महिलाएं होगी. जो स्कूल, मॉल्स, पार्कों के पास सादी वर्दी में रहेंगी. किसी भी मनचले की हरकत को रोकने के लिए पहले खुद एक्शन लेंगी. यदि लड़कों की संख्या ज्यादा है, तो पास के थाने को सूचना देंगी. इसके बाद पुलिस बल तुरंत इस मामले में कार्यवाही करेगा. मामला गंभीर होने पर गुंडा एक्ट के तहत कार्यवाई होगी.
पटरी वाले भी करेंगे पुलिस की मदद
थाने में बीट कांस्टेबल अपने इलाके के सभी स्कूलों, इंस्टीट्यूट, मॉल्स की रिपोर्ट देगा, जहां पर लड़कियों को छेड़ने के लिए ज्यादातर लड़के मौजूद रहते हैं. बीट पुलिस की रिपोर्ट के बाद हर थाने के अंडर बनी एंटी रोमियो टीम सबसे पहले स्कूलो, पार्कों के आसपास मौजूद मनचलों पर कार्यवाही करेगी. आसपास मौजूद रेहड़ी, पटरी और छोटी दुकानदारों से भी मदद ली जाएगी.
मनचलों को किया जाएगा सावधान
कम्यूनिटी पुलिसिंग के जरिए इस बात के लिए लोगों को अवेयर किया जाएगा कि लड़कियों को परेशान करने वाले, छेड़नेवाले, मनचलों पर कार्यवाही की जायेगी. स्कूल और कॉलेज के पास मंडराने वाले लड़को पर सख्ती की जायेगी. जो कमेंट करते, छेड़ते या पीछी करते हुए पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी. गिरफ्तारी भी हो सकती है.
पुलिस जारी करेगी हेल्पलाइन नंबर
पीड़ित लड़कियों के लिए पुलिस का एक विशेष हेल्पलाइन नम्बर चालू किया जाएगा. इस पर शिकायत करने पर पुलिस को 100 नंबर कॉल की तरह फौरन कार्यवाही करनी होगी. अभी शुरूआत मे मौजूदा हेल्पलाइन नंबर 1090 काम में लाया जायेगा. इसके बाद यदि जरूरत हुई तो पुलिस इसके लिए एक नया हेल्पलाइन नंबर भी शुरू करने की योजना में है.