राजस्थान की जोधपुर अदालत ने आसाराम को रेप केस मामले में दोषी करार दिया है. आसाराम को उम्रकैद की सज़ा हुई है, वहीं अन्य दोषियों को 20-20 साल की सज़ा सुनाई गई है. फैसले को देखते हुए गृह मंत्रालय ने तीन राज्यों को सुरक्षा के लिए एडवाइज़री जारी की है. केंद्र की तरफ से राजस्थान, हरियाणा और गुजरात में एहतियात बरतने को कहा गया है.
फैसले से पहले ही जोधपुर में आसाराम के 6 समर्थकों को पकड़ा गया है. इन सभी को अब जोधपुर से बाहर भेजा गया है. सूर्यनगरी ट्रेन से इन सभी को भेजा जा रहा है. बुधवार सुबह भी आसाराम के भक्त देश के कई हिस्सों में पूजा-पाठ कर रहे हैं और इकट्ठा हो रहे हैं. फैसले के बाद आसाराम के कई समर्थक जेल के करीब आ गए थे, पुलिस ने सभी समर्थकों को वहां से हटा दिया है.
यौन शोषण केस में आसाराम को लेकर कोर्ट का फैसला आने वाला है और इसे लेकर दिल्ली स्थित आसाराम के आश्रम की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
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— आज तक (@aajtak) April 25, 2018
दिल्ली, अहमदाबाद समेत आसाराम के कई आश्रमों के बाहर सुरक्षा को बढ़ाया गया है. आसाराम के समर्थक आश्रमों में मौजूद हैं, लेकिन वह मीडिया से बात करने से बच रहे हैं. जोधपुर में खुद DCP सुरक्षा पर नज़र बनाए हुए है, वह खुद घोड़े पर घूमकर नज़र रख रहे हैं. उन्होंने बताया कि करीब 1000 से ज्यादा पुलिस वाले सुरक्षा में लगाए गए हैं.
Madhya Pradesh: Prayers underway at Asaram's ashram in Bhopal. #AsaramCaseVerdict pic.twitter.com/t9BM4Beo2k
— ANI (@ANI) April 25, 2018
आसाराम आश्राम की ओर से अपने सभी भक्तों के लिए शांति बरतने के लिए अपील की गई है. इसके अलावा अहमदाबाद में पांच पुलिस टीमों को तैनात किया गया है. इन टीमों में महिला पुलिस भी तैनात है.
जेल में कोर्ट लगने और फैसले के मद्देनजर पुलिस ने मंगलवार रात से ही सेंट्रल जेल की तरफ जाने वाले रास्ते सील कर दिए थे. सरकारी कर्मचारियों को परिचय पत्र की जांच के बाद जाने की इजाजत दी जा रही है. इसके अलावा किसी भी व्यक्ति के पैदल या वाहन से आवाजाही पर पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है.
मंगलवार को जोधपुर में सुरक्षा बलों ने मार्च निकाला था. आसाराम के सारे आश्रम खाली कराने के साथ ही जोधपुर के होटलों और धर्मशालाओं में भी जांच पड़ताल की जा रही है. शहर में आने वाले हर वाहन की जांच की जा रही है. गृहमंत्रालय ने इन इलाकों में मुकम्मल सुरक्षा बल तैनात करने के भी निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी भी वारदात से निपटा जा सके.
गृह मंत्रालय ने हाल ही में राम रहीम के समर्थकों का CBI अदालत के फैसले के विरोध में मचाए गए उत्पात को ध्यान में रखते हुए यह अलर्ट जारी किया है. इस फैसले से पहले राजस्थान पुलिस भी अलर्ट हो गई है. प्रतिकूल फैसला आने पर आसाराम के समर्थक कहीं उत्पात न मचाएं, इसलिए पुलिस ने जोधपुर की नाकाबंदी कर दी है. 10 दिन के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है.
इस फैसले के दिन या उसके बाद किसी भी तरह की अनहोनी रोकने के लिए जोधपुर में धारा 144 लगा दी गई है. इस दौरान बिना अनुमति धरना, प्रदर्शन, जूलूस या रैली निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. 10 दिन तक यानी 21 अप्रैल से 30 अप्रैल तक धारा 144 लागू रहेगी. जोधपुर के आसपास पड़ने वाले पांच रेलवे स्टेशन पर कंट्रोल रूम बनाया गया है.
राजस्थान पुलिस कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है. लिहाजा शहर के होटल, धर्मशाला, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के साथ ही भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी सादी वर्दी में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. देशभर में आसाराम के 427 से ज़्यादा आश्रम और 70 लाख से ज़्यादा समर्थक हैं. अंदेशा है कि जोधपुर में भी हजारों की संख्या में समर्थक जुट सकते हैं.