असम में सेना के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है. यहां सेना ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन एनडीएफबी (सं) की कट्टर महिला उग्रवादी को जिंदा गिरफ्तार कर लिया. महिला उग्रवादी को एक गुप्त सूचना के बाद चलाए गए सर्च ऑपरेशन में गिरफ्तार किया गया.
गुप्त सूचना पर कार्रवाई
यह गिरफ्तारी भारत और भूटान के सीमावर्ती इलाके से की गई. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सेना की रेडहार्न डिवीजन सातवीं बटालियन को गुप्त सूचना मिली थी कि मोस्ट वॉन्टेड महिला उग्रवादी मिजींग बसुमतारी बीटीसी के चिरांग जिले की इंडो भूटान अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास एक गांव में छिपी है.
सर्च ऑपरेशन के दौरान हुई गिरफ्तारी
सूचना के आधार पर सेना की सिख रेजीमेंट ने डाईगुंड ग्रामीण अंचल मे अपने लाव लश्कर के साथ सर्च ऑपरेशन शुरु कर दिया. घंटो की कड़ी मशक्कत करने के बाद डाईगुंड के जंगल से प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन एनडीएफबी (सं) की 23 वर्षीय महिला कमांडर मिजींग बसुमतारी को बिना किसी खून खराबे के गिरफ्तार कर लिया गया.
म्यांमार में मिला प्रशिक्षण
जानकारी के मुताबिक पकड़ी गयी महिला उग्रवादी मिजींग बसुमतारी एनडीएफबी (सं) के कुख्यात उग्रवादी ज्वाला बसुमतारी की पत्नी है. उग्रवादी महिला एनडीएफबी (सं) की 40वीं बटालियन की म्यांमार मे प्रशिक्षित कमांडर बताई जा रही है. यह प्रशिक्षण पाने वालों में 2013 बैच की है.
गोला बारूद और दस्तावेज बरामद
एनडीएफबी की इस उग्रवादी का पकड़े जाना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. गिरफ्तारी के वक्त महिला उग्रवादी मिजींग बसुमतारी के पास से हेण्ड ग्रेनेड सहित कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद हुए हैं.
पूछताछ कर रही है सेना
एनडीएफबी की उग्रवादी मिजींग बसुमतारी को गिरफ्तारी के बाद गुप्त स्थान पर रखा गया है. सेना की विशेष टीम उससे पूछताछ कर रही है. सेना के अधिकारियों का मानना है कि इस महिला उग्रवादी से एनडीएफबी (सं) के बारे मे सेना को कई अहम जानकारियां मिल सकती हैं.