scorecardresearch
 

पत्रकार गौरी लंकेश हत्याकांड में पुलिस के हाथ अभी तक खाली

दक्षिण भारत की चर्चित पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं. जांच में अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है. उधर, कर्नाटक के गृह मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने भी कहा कि अब तक इस मामले में कोई खुलासा नहीं हुआ है.

Advertisement
X
एसआईटी के हाथ अभी तक हत्यारों का सुराग नहीं लगा पाई है
एसआईटी के हाथ अभी तक हत्यारों का सुराग नहीं लगा पाई है

Advertisement

दक्षिण भारत की चर्चित पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं. जांच में अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है. उधर, कर्नाटक के गृह मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने भी कहा कि अब तक इस मामले में कोई खुलासा नहीं हुआ है.

गृह मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने हमलावरों के अपराध को अंजाम देने के तरीके और 55 वर्षीय गौरी लंकेश को मारने के लिए इस्तेमाल किये गए हथियारों के प्रकार के बारे में ‘‘मात्र अटकलों’’ वाली रिपोर्टों को भी खारिज किया. गौरी की गत पांच सितम्बर की रात को अज्ञात हमलावरों ने उनके आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी थी.

रेड्डी ने कैबिनेट की एक बैठक के बाद बताया ‘‘गौरी लंकेश हत्या मामले में जांच चल रही है. आपको इंतजार करना होगा और मैं भी जांच से कुछ ठोस जानकारी मिलने की प्रतीक्षा कर रहा हूं.’’ हम (राज्य सरकार) एसआईटी जांच में हस्तक्षेप नहीं करते हैं. अब तक इस मामले में कुछ ठोस जानकारी सामने नहीं आई है. मात्र अटकलों पर मीडिया रिपोर्ट सामने आ रही हैं.’’

Advertisement

कर्नाटक सरकार ने लंकेश हत्याकांड की जांच के लिए आईजीपी (खुफिया) बीके सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल यानी एसआईटी का गठन किया था. रेड्डी ने 10 सितम्बर को कहा था कि एसआईटी ने इस मामले में ‘‘कुछ सुराग’’ इकट्टा किये हैं. सरकार ने सुराग देने वाले व्यक्ति को 10 लाख रुपये के पुरस्कार की भी घोषणा की थी.

मीडिया में हमलावरों द्वारा अंजाम दिये गये अपराध के तरीके और लंकेश को मारने के लिए इस्तेमाल किये गए हथियारों के प्रकार के बारे में अटकले थी. आंध्र प्रदेश पुलिस द्वारा कर्नाटक पुलिस की मदद करने के लिए एक विशेष टीम गठित किये जाने के बारे में भी रिपोर्ट थीं.

इस तरह की भी रिपोर्ट थीं कि एसआईटी ने कर्नाटक में 80 लोगों से पूछताछ की है. रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जांच अधिकारी एमएन अनुचेथ ने बताया ‘‘मैं केवल इतना कह सकता हूं कि इस तरह की मीडिया रिपोर्टों में वास्तविकता नहीं है. जब कुछ ठोस मिलेगा हम निश्चित रूप से मीडिया को बतायेंगे.’’

Advertisement
Advertisement