दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जिसे एक पूरा परिवार मिलकर चला रहा था. यह गैंग लोगों को असली डॉलर दिखाकर मोटी रकम वसूलता था और फिर लोगों को डॉलर के नाम पर साबुन की टिकिया थमाकर फरार हो जाता था. इस गैंग को चलाने वाले आरोपी तीनों आरोपी बांग्लादेशी हैं.
दिल्ली की गीता कॉलोनी थाना पुलिस ने मां, बेटे और मामा को गिरफ्तार कर इस गैंग का पर्दाफाश किया है. ये तीनों शातिर ठग पूर्वी दिल्ली में लोगों को असली डॉलर देने के नाम पर ठगते थे. इनका ठगी करने का तरीका भी बिल्कुल अलग था.
पहले सुनसान जगह या रोड या पार्क को चुनते थे, जहां आस-पास ज्यादा लोग न हों. फिर भोले भाले लोगों को असली डॉलर दिखाकर उनसे मोटी रकम की बात करते थे. जब अगले दिन वो शख्स रकम लेकर आता था, तो उसे एक पेपर में साबुन की टिकिया लपेट कर थमा देते थे. जब तक वो आदमी पैकेट खोलकर देखता था, ये शातिर ठग फरार हो जाते थे.
इस गैंग ने ईस्ट दिल्ली में कई लोगों को अपना शिकार बनाया. ऐसे ही गीता कॉलोनी इलाके में इन्होंने एक बिजनेस मैन को असली डॉलर के नाम पर साबुन की टिकिया थमा दी और फरार हो गए. पीड़ित कारोबारी ने थाने जाकर शिकायत दर्ज करवाई.
पुलिस ने जाल फैलाकर इस गैंग को पकड़ लिया. जिसमें एक महिला सलमा, उसका बेटा उज्जवल और भाई फारूक शामिल है. इस गैंग ने कई लोगों को डॉलर देने के नाम पर ठगा है. फिलहाल इस गैंग के पकड़े जाने से पुलिस ने राहत की सांस ली है. पुलिस बांग्लादेश के दूतावास को इस संबंध में सूचना दे दी है.