देश में इन दिनों जहां धर्म के नाम पर पाखण्ड करने वाले फर्जी बाबाओं के बारे में नित नए खुलासे हो रहे हैं, वहीं कुछ शातिर भगवा चोला ओढ़कर लोगों की आस्था और विश्वास के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. ताजा मामला राजस्थान के बाड़मेर जिले का है. जहां पुलिस ने ऐसे ही शातिर बाबाओं के एक गिरोह का पर्दाफाश कर दिया. पकड़े गए बाबाओं के मोबाइल में पोर्न वीडियो भी मिले हैं.
मामला बाडमेर के बालोतरा कस्बे का है. जहां पुलिस के हत्थे एक ऐसा गिरोह चढ़ गया, जो भगवा पहनकर लोगों को धोखा दे रहा था. पचपदरा पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर पहले एक फर्जी बाबा को हिरासत में लिया. जब सख्ती के साथ उससे पूछताछ की गई तो इन बाबाओं के गोरखधंधे सामने आ गए.
पहले पकड़े में आए फर्जी साधु की पहचान चरणदास उर्फ चरणसिंह के रूप में हुई. जो भगवा पहन कर लोगों को चूना लगाता था. साधू नजर आने वाला यह शख्स खुद को उदासीन अखाड़े का नागा बाबा बताता है. केमिकल प्रयोग से कुछ चमत्कार दिखाकर लोगों को हैरान कर और अपनी चिकनी चुपड़ी बातों में लोगों को फंसाने में इसे महारत हासिल है.
जब पुलिस ने इस ढोंगी बाबा के मोबाइल फोन की जांच की तो इसका दूसरा रूप भी सामने आ गया. मोबाइल के ब्राउजर में पोर्न फिल्मो की सर्चिंग थी. कुछ वीडियो ऐसे थे जिनमें ये शातिर बाबा के रूप में कई पुलिस अधिकारियों को आर्शीवाद देता दिखाई दे रहा है.
कई वीडियों में वह पंजाबी पहनावे में शराब पी रहा है. पुलिस ने इस शातिर के बारे में एक बड़े मठाधीश महंत और जूना अखाडा के अखिल भारतीय सचिव परशुराम महाराज से तस्दीक की तो फर्जीवाड़ा खुलकर सामने आ गया. महंत ने भी कहा की इन जैसे पाखण्डी और ढोंगी लोगों की वजह से साधू समाज बदनाम हो रहा है.
जब आरोपी चरणदास उर्फ़ चरणसिंह से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने कई राज उगले. साथ ही अपने गिरोह के बारे में पुलिस को बताया कि उसके साथ 15-20 लोग इस काम में शामिल हैं, जो भरतपुर जिले के सीकरी क्षेत्र के रहने वाले हैं. वहां के कई परिवार फर्जी बाबाओ का रूप धरकर लोगों को ठगने का काम करते हैं.
उसने पुलिस को बताया कि उसके गिरोह के लोग जगह-जगह घूमकर लोगों आस्था के नाम पर सामग्री बेचते हैं और टोना टोटका करने की आड़ में लोगों से पैसे ऐंठते हैं. उनके झांसे में कई अधिकारी और पुलिस अधिकारी भी आ चुके हैं. उनके गिरोह के लोग अधिकारियों के सर्टिफिकेट और उनके साथ तस्वीरें खींचाकर अन्य लोगों पर अपना प्रभाव बनाते हैं.
इसके बाद चरणदास की निशानदेही पर पुलिस ने इस गिरोह के 5 अन्य फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार कर लिया. थानाधिकारी देवेन्द्र कविया ने बताया कि चरणदास की निशानदेही पर पूरे गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. ये भगवा के वेश में धर्म और आस्था का झांसा देकर ठगी करते थे. अब इन लोगों से पूछताछ की जा रही है.