दिल्ली के बवाना इंडस्ट्रियल एरिया में तीन फैक्ट्रियों में लगी भीषण आग हादसे पर जमकर राजनीति शुरू हो गई है. BJP और AAP के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है और दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई. इस बीच नॉर्थ एमसीडी की BJP की मेयर प्रीति अग्रवाल का अजीबोगरीब बयान सामने आया है.
इस भीषण और दर्दनाक हादसे पर प्रीति अग्रवाल साफ-साफ हाथ झाड़ती नजर आईं. उन्हें यह कहते सुना गया कि इस फैक्ट्री की लाइसेंसिंग हमारे पास है, इसलिए हम कुछ नहीं बोल सकते. मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए प्रीति अग्रवाल ने यह बात अपने एक सहयोगी की कान में फुसफुसाते हुए कहा.
मेयर ने कहा माफी मांगे केजरीवाल
प्रीति अग्रवाल ने वायरल हुए अपने वीडियो पर कहा है कि वह सिर्फ अपने सहयोगी से घटना वाले इलाके के बारे में पूछताछ कर रही थीं और उनका आशय सिर्फ इतना था कि इस दुखद घड़ी में इस समय कुछ कहना सही नहीं होगा.
प्रीति अग्रवाल ने बताया कि घटना जिस इलाके में हुई है, वह DSIDC के तहत आता है और भूमि का आवंटन दिल्ली सरकार ने किया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को यह देखना चाहिए कि वहां किस तरह का काम चल रहा था. क्या फेक वीडियो को रीट्वीट करना और आम जन को गुमराह करना सही है? यह निंदनीय है और मैं उम्मीद करती हूं कि केजरीवाल इसके लिए माफी मांगें.
इस भीषण अग्निकांड में अब तक 17 लोगों की मौत की खबर है, जिनमें 8 महिलाएं शामिल हैं. बताया जा रहा कि आग प्लास्टिक के गोदाम से शुरू हुई जो पास ही मौजूद पटाखा फैक्ट्री तक पहुंच गई. हादसे में 13 लोग पहली मंजिल, 3 ग्राउंड फ्लोर और एक की मौत बेसमेंट में हुई है. मरने वालों में 8 महिलाएं हैं.
#WATCH: In the aftermath of Bawana factory fire, BJP leader & North Delhi Municipal Corporation Mayor Preeti Aggarwal caught on cam telling her aide, 'iss factory ki licensing hamare paas hai isliye hum kuch nahi bol sakte.' The incident has claimed 17 lives. #Delhi pic.twitter.com/zXfVjNADl2
— ANI (@ANI) January 21, 2018
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कई लोगों ने जान बचाने के लिए तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी. फैक्ट्री मालिक मनोज जैन को गिरफ्तार कर लिया गया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस घटना पर दुख जताया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस हादसे पर दुख जताया है.
हालांकि केजरीवाल पर मौके पर पहुंचे तो उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा. वहां मौजूद लोगों ने 'केजरीवाल हाय हाय' के नारे लगाए. वहीं केजरीवाल ने मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है. साथ ही गंभीर रूप से घायल लोगों को 1 लाख रुपये देने का ऐलान किया है.
केजरीवाल ने प्रीति अग्रवाल के इस वीडियो को रीट्वीट कर दिया. हालांकि आज तक ने इस मुद्दे पर बीजेपी मेयर प्रीति अग्रवाल से बात की तो प्रीति अग्रवाल पहले तो कैमरे से बचती नजर आईं. बाद में बोलीं कि ऐसा कुछ नहीं था, लाइसेंस एमसीडी जरूर देती है, लेकिन इस घटना से उनका कोई लेना-देना नहीं.
मनोज तिवारी ने कहा केजरीवाल माफी मांगे
बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल को शर्म आनी चाहिए कि उन्होंने झूठा वीडियो रीट्वीट किया और इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं. उन्हें माफी मांगनी चाहिए. मनोज तिवारी ने कहा कि मेयर ने ऐसा कुछ नहीं कहा, वह बस पूछ रही थीं.
इस बीच फैक्ट्री के एक मालिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरे की तलाश की जा रही है. इस बीच चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि फैक्ट्री में अवैध रूप से पटाखों की पैकेजिंग का काम होता था, जबकि लाइसेंस गुलाल बनाने का था. ढाई सौ गज़ की इस फैक्ट्री के पास लाइसेंस तो गुलाल बनाने का बताया जा रहा है, लेकिन यहां पटाखों की पैकिंग हो रही थी.
अब सबसे बड़ा सवाल फैक्ट्री के लाइसेंस को लेकर है. आखिर पटाखा फैक्ट्री कैसे चल रही थी और लाइसेंस एमसीडी ने दिया या दिल्ली सरकार ने दिया? लाइसेंस देने के बाद किसी ने क्यों नहीं देखा कि फैक्ट्री में क्या चल रहा है. फायर सेफ्टी की एनओसी बगैर फैक्ट्री कैसे चल रही थी.
आग का शिकार हुईं तीनों फैक्ट्रियां एक ही व्यक्ति की हैं. बताया जा रहा है कि आग प्लास्टिक के गोदाम से शुरू हुई जो पास ही मौजूद पटाखा फैक्ट्री तक पहुंच गई. हादसे में 13 लोग पहली मंजिल, 3 ग्राउंड फ्लोर और एक की मौत बेसमेंट में हुई है. मरने वालों में 8 महिलाएं हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कई लोगों ने जान बचाने के लिए तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी.
बताया जा रहा है कि मरने वाले लोगों में कुछ की मौत दम घुटने की वजह से भी हुई है. एक फैक्ट्री पटाखे की थी, जबकि एक फैक्ट्री में प्लास्टिक का सामान बनाया जाता था. तीसरी फैक्ट्री को प्लास्टिक के गोदाम की तरह इस्तेमाल किया जाता था.
आग सबसे पहले एक प्लास्टिक की फैक्ट्री में लगी. इसके बाद एक पटाखा फैक्ट्री और दूसरी प्लास्टिक की फैक्ट्री को अपनी चपेट में ले लिया. आग लगने के बाद तीनों फैक्ट्री के अंदर मौजूद लोगों में हड़कंप मच गई. जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे और कुछ लोगों ने छत से भी छलांग लगा दी.