बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में रविवार देर रात एक बार फिर हंमागा हुआ. दरअसल, वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र की एक चाय की दुकान पर बीएचयू के छात्र का कुछ लोगों के साथ झगड़ा हो गया. इस दौरान उनमें मारपीट भी हुई. जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस और छात्र के बीच भी झड़प हो गई. दरोगा की पिटाई से गुस्साए छात्रों ने लंका थाना को घेरकर हंगामा शुरू कर दिया.
छात्रों का आरोप है कि दरोगा ने उनके साथ मारपीट की. जिसके बाद नाराज छात्रों ने लंका थाना का घेराव करके आरोपी दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया. एसपी ने भी छात्रों को समझाने की कोशिश की लेकिन गुस्साए छात्र मानने को तैयार नहीं हुए. नाराज छात्रों की चेतावनी पर पुलिस के अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए दरोगा को सस्पेंड कर दिया. जिसके बाद मामला शांत हुआ.
क्या है मामला, क्यों बढ़ा विवाद?
लंका चौराहे पर स्थित एक चाय की दुकान पर रविवार देर रात बीएचयू के कुछ छात्र चाय पी रहे थे. इसी दौरान वहां शराब के नशे में पहुंचे दो लोग उनसे झगड़ने लगे. देखते ही देखते उनके बीच मारपीट होने लगी. मामले की सूचना मिलने पर चौकी प्रभारी सीरगोवर्धन अमरेंद्र पांडेय और चौकी प्रभारी चितईपुर प्रकाश सिंह मौके पर पहुंचे.
उधर, हाल ही में बीएचयू छात्रों ने संस्कृत डिपार्टमेंट में मुस्लिम टीचर की नियुक्ति को लेकर जोरदार विरोध किया था. फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर नवंबर महीने की शुरुआत के साथ ही शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहा. एक ओर छात्र कक्षाओं का बहिष्कार कर रहे हैं तो दूसरी ओर विश्वविद्यालय प्रशासन के किसी नतीजे पर नहीं पहुंचने से पठन-पाठन भी प्रभावित रहा. उधर, विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों के साथ ही काशी विद्वत परिषद ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर हस्तक्षेप करने की मांग की है.