scorecardresearch
 

भ्रष्ट अधिकारियों ने बेच डालीं पंजाब की जेलें, हर चीज का लगता है पैसा

कैदियों के परिजनों ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को एक पत्र लिखकर पंजाब की जेलों में चल रहे करोड़ों रुपए के गोरखधंधे को उजागर किया है.

Advertisement
X
कपूरथला सेंट्रल जेल के जेलर पर संगीन आरोप
कपूरथला सेंट्रल जेल के जेलर पर संगीन आरोप

Advertisement

पंजाब की जेलें करोड़ों के गैरकानूनी धंधे का अड्डा बन चुकी हैं और इस कारोबार के पीछे हैं जेलों में तैनात भ्रष्ट जेल अधिकारी और कर्मचारी. कपूरथला जेल में बंद कैदियों के परिजनों ने जेल अधिकारियों ये संगीन आरोप लगाए हैं. परिजनों के मुताबिक, कपूरथला सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को मोबाइल, सिगरेट से लेकर पसंदीदा बैरक हर सुविधा उनकी मनमर्जी के मुताबिक उपलब्ध कराया जाता है, बस इसके लिए उन्हें जेलर को मुंहमांगी कीमत अदा करनी पड़ती है.

कैदियों के परिजनों ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को एक पत्र लिखकर पंजाब की जेलों में चल रहे करोड़ों रुपए के गोरखधंधे को उजागर किया है. कपूरथला जेल का सुपरिंटेंडेंट सुरेंद्र पाल खन्ना के काले कारनामों का खुलासा करते हुए इन लोगों ने कहा है की आरोपी जेलर अपने बिचौलियों के ज़रिए मोबाइल फ़ोन, ड्रग्स, नाशाखोरी की दूसरी चीज़ों और बैरक बदलने के लिए कैदियों से पैसे वसूलता है.

Advertisement

सोमवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में मीडिया के सामने पेश हुए कपूरथला जेल में बंद 9 अपराधियों और अंडर ट्रायल कैदियों के रिश्तेदारों ने कपूरथला सेंट्रल जेल के सूपरिंटेंडेंट सुरेंद्र पाल खन्ना पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. इन पीड़ित परिवारों ने जेल अधिकारियों के गोरखधंधे का कच्चा चिट्ठा खोलते हुए जेलों में चल रहे गैरकानूनी धंधे को उजागर किया है.

कपूरथला जेल में बंद एक कैदी के भाई ने आजतक से अपना नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि पुलिस उसके भाई को 5 साल पहले पकड़ कर लेकर गई थी, जब उसकी उम्र महज 20 साल थी. इस युवक का आरोप है कि उसके भाई ने जेल में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने और मनमर्जी की बैरक बदलने के लिए जेल के अधिकारियों को करीब 60 हजार रुपए दिए. ये पैसा वह खुद जेल में दे कर आया था.

पंजाब की जेलों में सुविधाओं की रेट लिस्ट

- कपूरथला और लुधियाना जेलों में एक पैरासिटामोल की गोली की कीमत 500 रुपये है.

- इसी तरह 10-12 रुपये की बीड़ी के बंडल के लिए 250 रुपये वसुले जाते हैं.

- अगर किसी कैदी को एक सिगरेट चाहिए तो जेलर को 300 रुपये देने होंगे.

- जेल में एक हफ्ता अगर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना हो तो जेलर को 5000 देने पड़ते हैं.

Advertisement

- अगर कोई कैदी मनमर्जी की बैरक में रहना चाहता है तो उसे जेलर को 50 हजार से लेकर दो लाख रुपये तक रिश्वत के तौर पर देने होते हैं.

- यही नहीं पंजाब की जेलों में मनमर्जी का खाना, शराब, ड्रग्स और दूसरी प्रतिबंधित चीजें भी हाजिर हो जाती हैं. बस उसके लिए कैदियों के परिजनों को जेलर को खुश करना होता है.

कपूरथला सेंट्रल जेल के जेलर के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका

पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के वकील विक्रम सतपाल आनंद के मुताबिक जेलर सुरेंद्र पाल खन्ना एक पैरासिटामोल की गोली के 500 वसूलता है, जबकि एक बीड़ी का बंडल 250 में बिकता है. यहां तक कि कैदियों को निर्धारित की रकम अदा करने के बाद प्रतिबंधित चीजें भी उपलब्ध कराई जाती हैं.

पैसों के लिए डराया और धमकाया भी जाता है

कैदियों के परिवार के सदस्यों और हाईकोर्ट के वकीलों के मुताबिक आरोपी जेलर कैदियों से पैसा वसूलने के लिए उन्हें एड्स पीड़ित कैदियों के बैरक में रखा जाता है, ताकि वे डर जाएं. नियमों के मुताबिक एड्स पीड़ित कैदियों के लिए अलग से बैरक की व्यवस्था होती है, लेकिन आरोपी जेलर कैदियों के मन मे एड्स का डर पैदा करने के लिए ऐसा करता है, फिर उनसे पैसा वसूल कर एड्स पीड़ित कैदी को वापिस उनकी बैरक में पहुंचा देता है.

Advertisement

जेल में बंद गैंगस्टरों से भी होती है वसूली

जेल अधिकारी पंजाब की जेलों में बंद खूंखार गैंगस्टर्स से भी पैसे वसूलते हैं. जिस गैंगस्टर से पैसा वसूलना हो उसे विरोधी गैंग की सेल में रखने की धमकी दी जाती है. इसके अलावा गैंगस्टर्स को मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने, मनमर्जी का खाना मंगवाने, शराब और ड्रग्स आदि की सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए भी पैसा वसूला जाता है.

पुरुष कैदियों के साथ होता है यौनाचार

पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के वकील गुरदीप इंदर सिंह ढिल्लो के मुताबिक पंजाब की जेलों में पुरुष कैदियों के साथ यौनाचार होता है. उनके मुताबिक पंजाब की जेलों में चल रहे इस यौनाचार के कारण कैदियों में एड्स जैसी घातक बीमारी फैल रही है. वकीलों का आरोप है कि कपूरथला जेल का जेलर सुरेंद्र पाल खन्ना कैदियों को एड्स की बीमारी से डराकर उनका शोषण कर रहा है.

पहले लुधियाना और अब कपूरथला जेल के कैदियों के शोषण के आरोपी जेलर सुरेंद्र पाल खन्ना के खिलाफ लुधियाना के एक डॉक्टर ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में भी शिकायत की है. जेलर पर आरोप है कि वह डॉक्टर को कैदियों को लगाए जाने वाले इंजेक्शन के 5000 वसूलने को कहता था, लेकिन जब डॉक्टर ने इसका विरोध किया तो उसने डॉक्टर की पिटाई करवा दी.

Advertisement

मामला जब हाई कोर्ट पहुंचा तो पंजाब के पुलिस विभाग ने आरोपी जेलर का तबादला कर दिया, लेकिन उसका धंधा जारी रहा. आजतक ने इस मामले में आरोपी जेलर से बात करनी चाही, लेकिन वह कैमरे पर बात करने के लिए राजी नहीं हुए.

Advertisement
Advertisement