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उदयपुर: नशे की फैक्ट्री का पर्दाफाश, 3 हजार करोड़ की मैंडरेक्स बरामद

राजस्थान में डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआई) ने ड्रग्स के काले कारोबार का भंडाफोड़ करते हुए अरबों रुपये की ड्रग्स बरामद की है. डीआरआई की टीम ने ड्रग्स नशीली गोलियों (मैंडरेक्स) के रूप में बरामद की है.

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बरामद नशे की गोलियां किसी धीमे जहर से कम नहीं
बरामद नशे की गोलियां किसी धीमे जहर से कम नहीं

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राजस्थान में डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआई) ने ड्रग्स के काले कारोबार का भंडाफोड़ करते हुए अरबों रुपये की ड्रग्स बरामद की है. डीआरआई की टीम ने ड्रग्स नशीली गोलियों (मैंडरेक्स) के रूप में बरामद की है. पुलिस ने इस मामले में बॉलीवुड के जाने-माने नाम सुभाष दुदानी समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.

डीआरआई और नारकोटिक्स विभाग ने स्थानीय पुलिस की मदद से छापेमारी अभियान को अंजाम दिया. टीम ने छापेमारी में कथित तीन फैक्ट्रियों से मेंडरैक्स की 23.5 मीट्रिक टन गोलियां बरामद की हैं. डीआरआई के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत तकरीबन 3 हजार करोड़ रुपये बताई जा रही है.

दरअसल डीआरआई की टीम को इस मामले की भनक लगते ही इस रैकेट से जुड़े एक तस्कर के दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचने की खबर मिली थी. जिसके बाद टीम ने एयरपोर्ट से कथित ड्रग्स तस्कर को गिरफ्तार कर लिया था. यह शख्स और कोई नहीं बल्कि रवि दुदानी था. रवि बॉलीवुड के जाने-माने नाम सुभाष दुदानी का भतीजा है.

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पूछताछ में खुला नशे की फैक्ट्रियों का राज
रवि ने पूछताछ में उदयपुर स्थित ड्रग्स फैक्ट्री का खुलासा किया. रवि ने डीआरआई की टीम को बताया कि उदयपुर में ड्रग्स बनाने की तीन फैक्ट्रियां चल रही हैं. रवि ने पूछताछ में बताया कि भारत में ड्रग्स का सारा काम वह खुद संभालता था. ड्रग्स सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका समेत कई देशों में भेजी जाती थी.

सुभाष दुदानी ही निकला मास्टरमाइंड
डीआरआई की टीम अभी कार्रवाई कर ही रही थी कि सुभाष दुदानी का नाम इस रैकेट में सामने आया. जांच में पता चला कि सुभाष दुदानी ही इस पूरे ड्रग्स रैकेट का मास्टरमाइंड है. जिसके बाद दिवाली की रात सुभाष को मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने इस मामले में अभी तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.

मेंडेरैक्स एक प्रतिबंधित दवाई
डीआरआई अधिकारियों की माने तो सुभाष दुबई में बैठकर ड्रग्स की डील करता था. गौरतलब है कि मेंडेरैक्स एक प्रतिबंधित दर्द निवारक दवा है, जो ज्यादातर रेव पार्टियों में प्रयोग की जाती है और अमेरिका समेत कई देशों में इसकी बहुत मांग है. खासकर युवा वर्ग मेंडेरैक्स नामक इस ड्रग्स की चपेट में घिरा हुआ है. युवाओं को ही निशाना बनाकर नशे के सौदागर आज हजारों-करोड़ों के इस गोरखधंधे में अपने वारे-न्यारे कर रहे हैं.

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