बिहार में फिर से एक मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है. जहां अररिया के एक गांव में भीड़ ने एक शख्स को चोरी के शक में पीट-पीटकर मार डाला. जबकि उसका एक साथी मौके से फरार हो गया. मृतक के परिजनों ने इसे हत्या की साजिश करार दिया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
दिल दहला देने वाली यह वारदात अररिया के सिकटी थाना क्षेत्र की है. पुलिस के मुताबिक देर रात रानीकट्टा गांव का रहने वाला काबुल अपने साथियों के साथ सीमरवनी गांव में चोरी की नीयत से पहुंचा था. जब काबुल और उसके साथी मो. इस्लाम के घर में घुसकर पशु चुरा रहे थे तभी घर का मालिक जाग गया.
घर में किसी की आहट पाकर उसने शोर मचा दिया. उसकी आवाज़ सुनकर गांव वाले वहां जमा हो गए. ग्राणीणों की भीड़ आते देख चोर वहां से भागने लगे. ग्रामीणों ने उनका पीछा किया और काबुल को पकड़ लिया. जबकि उसका एक अन्य साथी फरार हो गया. भीड़ काबुल की जमकर पिटाई की. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
वारदात की खबर लगते ही पुलिस मौका-ए-वारदात पर जा पहुंची. पुलिस ने काबुल का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतक काबुल एक अपराधी था. उसके खिलाफ अररिया, सिकटी, किशनगंज, जोकीहाट और पलासी में भी मुकदमें दर्ज हैं.
उधर, मृतक के बेटे मो. हातीम ने कहा कि उसके पिता की हत्या एक साजिश के तहत की गई है. उसका आरोप है कि उसके पिता को कोई देर रात अपने साथ कुचहा सीमरवनी गांव ले गया. जहां उनकी हत्या करके लाश को सड़क पर रख दिया गया. परिजन इस मामले की जांच हत्या के एंगल से किए जाने की मांग कर रहे हैं.