बिहार में बिगड़ती कानून व्यवस्था के बीच अपराधियों ने शुक्रवार को एक बड़ी घटना को अंजाम दिया और बीजेपी नेता विश्वेशर ओझा हत्याकांड के मुख्य गवाह कमल किशोर मिश्रा (35 -40) की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना भोजपुर जिले के कारनामेपुर थाना के सोनबरसा गांव में हुई.
इस घटना में सोनबरसा गांव के अमरनाथ मिश्रा की भी गोली लगी और वह घायल हो गए. जानकारी के मुताबिक कमल किशोर मिश्रा सुबह के वक्त खेत से वापस घर लौट रहे थे. इस दौरान पहले से घात लगाकर छिपे अपराधियों ने उनके घर के बाहर ही उन्हें गोलियों से भून डाला और फरार हो गए.
इस घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद गांववालों ने जमकर हंगामा मचाया. घटना की जानकारी मिलने के बाद कारनामेपुर थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. इस घटना में घायल अमरनाथ मिश्रा को भोजपुर के सदर अस्पताल इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
गौरतलब है, बीजेपी नेता विश्वेशर ओझा की हत्या अपराधियों ने 12 फरवरी 2016 को भोजपुर के सोनबरसा बाजार में कर दी थी जब वह एक कार्यक्रम से वापस लौट रहे थे.
विश्वेशर ओझा हत्याकांड में पुलिस ने अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार हो चुकी है जिसमें हरेश मिश्रा भी शामिल है. इस हत्याकांड में शामिल हरेश मिश्रा का भाई और मुख्य आरोपी ब्रजेश मिश्रा अब भी फरार है और उसके ऊपर 50000 रुपये का पुलिस ने इनाम भी घोषित कर रखा है.
विश्वेशर ओझा हत्याकांड का मामला फिलहाल भोजपुर व्यवहार न्यायालय में चल रहा है. इस हत्याकांड में कुल 10 गवाह है जिस में कमल किशोर मिश्रा मुख्य गवाह थे. इस हत्याकांड में कमल किशोर मिश्रा की गवाही पूरी हो चुकी थी.
अपराधियों द्वारा कमल किशोर मिश्रा की हत्या को लेकर विश्वेशर ओझा के छोटे भाई और भाजपा नेता मुक्तेश्वर ओझा ने आरोप लगाया कि यह हत्या बृजेश मिश्रा के इशारे पर ही उसके गुर्गो ने किया है.
मुक्तेश्वर ओझा ने मांग की कि कमल किशोर की हत्या के आरोपियों को पुलिस जल्द से जल्द गिरफ्तार करे. उन्होंने कहा कि मेरे भाई के हत्याकांड में हरीश मिश्रा गिरफ्तार हो चुका है और जेल में बंद है मगर उसका बड़ा भाई और मुख्य आरोपी ब्रजेश मिश्रा अभी फरार है. बृजेश मिश्रा के ही इशारे पर मुख्य गवाह की हत्या की गई है. कमल किशोर मिश्रा के हत्यारों को भी पुलिस जल्द से जल्द पकड़े.