बिहार पुलिस ने 14 साल पहले दरभंगा जेल से फरार हुए शातिर बदमाश अमरेंद्र ठाकुर को आखिरकार गिरफ्तार कर ही लिया. आरोपी अमरेन्द्र ठाकुर 2004 में उस समय दरभंगा जेल से फरार हो गया था, जब भयंकर बाढ का पानी जेल में घुस गया था. उसी समय कैदियों को शिफ्ट किया जा रहा था, तभी वह मौका देखकर फरार हो गया था.
दरभंगा के डीएसपी दिलनवाज़ अहमद ने जानकारी देते हुए बताया कि दरभंगा बस स्टैड पर एक झगड़ा हुआ था. पुलिस मौके पर पहुंची. इसी दौरान शातिर बदमाश अमरेंद्र ठाकुर इत्तेफाक से पुलिस के हत्थे चढ गया. जब पुलिस ने उसका आपराधिक इतिहास खंगाला तो पता चला कि गोलीबारी, लूटपाट और पुलिस के साथ मारपीट करने के कई मामले उसके खिलाफ थाने में पहले से दर्ज हैं. इसी वजह से वह जेल में बंद था.
डीएसपी दिलनवाज़ अहमद ने खुद इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि साल 2004 में जब दरभंगा में भयंकर बाढ़ आई थी, तो पूरा शहर पानी की चपेट में था. दरभंगा जेल में भी पानी घुस गया था. उसी वक्त कैदियों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा था. तभी मौके का फायदा उठाकर 33 कैदी जेल से फरार हो गए थे.
हालांकि 33 फरार कैदियों में से ज्यादतर उस समय लौट आए थे लेकिन 13 कैदी अब भी फरार हैं. जिसमें से अमेरन्द्र ठाकुर भी एक था. पुलिस ने उसे दरभंगा में ही मारपीट के सिलसिले में गिरफ्तार किया था, लेकिन पूछताछ के बाद पता चला है कि वह जेल से भागा हुआ शातिर अपराधी है.
हैरानी की बात ये है कि 14 वर्षों से अमरेन्द्र ठाकुर दरभंगा में ही चोरी छिपे रह रहा था, लेकिन पुलिस को इस बात की भनक तक नहीं लगी. अब उसके पकड़े जाने के बाद इस घटनाक्रम का खुलासा हुआ है.