वो शख्स अपनी पत्नी को दिलोजान से चाहता था, उसे पलकों पर बिठा कर रखना चाहता था. मगर उसकी यह चाहत कुछ दिनों बाद अचानक नफरत में बदल गई. वो अपनी पत्नी और उसके परिवार को खत्म कर देना चाहता था. उसने अपने खौफनाक मकसद को पूरा करने के लिए रची एक खौफनाक साजिश. लेकिन ठीक उससे पहले पुलिस ने उसे हथियार समेत गिरफ्तार कर लिया.
प्यार और नफरत की यह दिलचस्प कहानी बिहार के दरभंगा जिले की है. बिहार के खगडिया जिले का रहने वाला अवरूल दरभंगा की रहने वाली शबनम खातून से प्यार करता था. बाद उन्होंने शादी कर ली. दोनों के एक फूल सी मासूम बच्ची माता-पिता बन गए. शादी को तीन साल हो चुके थे. सबकुछ ठीक चल रहा था.
लेकिन अचानक इन दोनों के रिश्ते में कडवाहट आ गई. पति-पत्नी के बीच नोक-झोंक शुरू हो गई. रिश्ते यहां तक बिगड गए कि शबनम पति का घर छोड कर अपने मायके आकर रहने लगी. उधर अवरूल को समाज के लोग ताने देने लगे कि पत्नी को क्यों नही लाते.
समाज के दबाव में अवरूल बार-बार अपनी पत्नी को मनाने ससुराल जाता लेकिन हर बार उसे निराशा हाथ लगती. पत्नी परिवारिक कलह से इतनी तंग हो गई थी कि अब वह पति के घर जाना नहीं चाहती थी. कई बार पंचायत बैठी लेकिन मामला बनने के बजाए और बिगडता चला गया.
अवरूल की मोहब्बत अब नफरत में बदल चुकी थी. इस बार फिर वो कुछ तय करके दरभंगा आया था. उसने तय किया था कि शबनम को पहले प्यार से समझा कर घर चलने के कहेगा और अगर वो नहीं मानी तो वह अपनी बच्ची के साथ शबनम और उसके परिवार को खत्म कर देगा. बाद में खुद को गोली मार लेगा.
इस खौफनाक साजिश को पूरा करने के लिए वो दो देसी कट्टे और पांच गोलियां लेकर दरभंगा आया था. लेकिन शायद नियति को यह मंजूर नहीं था. इसी दौरान अवरूल को पैसों की सख्त जरूरत पड़ गई, इसलिए उसने एक देसी कट्टे को बेचने का फैसला किया. इस दौरान कुछ खरीददार भी आए लेकिन बात नहीं बनी.
इस बीच ये ख़बर पुलिस तक जा पहुंची. पुलिस ने जाल बिछाया. खुद एक पुलिसवाला ग्राहक बनकर हथियार खरीदने उसके पास पहुंच गया. अवरूल सादा वर्दी में आए पुलिसवाले को पहचान नहीं सका और पुलिस ने उसे धर दबोचा. उसके बाद अवरूल ने अपनी इस खतरनाक साजिश का खुलासा किया तो पुलिस वालों के होश उड़ गए.
पुलिस ने उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे जेल दिया है.