बिहार के दरभंगा जिले में मोबाइल चोरी के एक मामले में महिला एएसआई ने नाटकीय अंदाज़ में आरोपी को पकड़कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. महिला पुलिसकर्मी ने आरोपी तक पहुंचने के लिए उससे मोबाइल पर जान पहचान बढ़ाई और फिर उसकी प्रेमिका बनकर उसे झांसे में फंसाकर धरदबोचा.
मामला दरभंगा के नगर थाने की है. जहां एक मोबाइल चोरी के मामले की तफ्तीश थाने की एक महिला सहायक सब इन्स्पेक्टर मधुबाला देवी को दी गई. मधुबाला मोबाइल को ट्रैस करती रही. मगर मोबाइल एक लोकेशन पर कभी भी ज्यादा देर तक नहीं रहता था. जिस कारण मोबाइल चोर तक पहुंचना संभव नहीं हो पा रहा था.
पुलिस ने अपने सूत्रों से मोबाइल चोरी करने वाले हसनैन का नंबर पता लगा लिया. फिर महिला ASI ने उस नंबर पर बात कर आरोपी से जान पहचान बढ़ाई. दोस्ती हो जाने के तक़रीबन चार पांच दिन तक मीठी-मीठी बात कर महिला पुलिसकर्मी उसकी गर्लफ्रेंड बन गई. आरोपी को विश्वास में लेकर महिला एएसआई ने उससे मिलने की इच्छा जताई.
आरोपी को महिला पर बिल्कुल भी शक नहीं हुआ कि उसे फोन करने वाली महिला एक पुलिसकर्मी है. वह महिला के झांसे में आ गया और आनन फानन में अपनी कथित प्रेमिका से मिलने दरभंगा टावर चला आया. जहां पहले से ही पुलिस सादे लिबास में मौजूद थी. आरोपी वहां नियत समय पर पहुंचा और महिला से मिलकर उसे कहीं दूसरी जगह बैठ कर बाते करने और मिठाई खिलाने खाने का ऑफर भी दिया.
लेकिन महिला पुलिसकर्मी ने उसे अपनी बातों में उलझाए रखा और इसी बीच मौका मिलते ही वहां पहले से तैनात पुलिस के जवानों ने उसे गिरफ्तार कर लिया. साथ ही चोरी का मोबाइल भी आरोपी के पास से बरामद हो गया. अब पुलिस उसका आपराधिक इतिहास खंगाल रही है.
पकड़े गए आरोपी हसनैन की मानें तो वह पेशे से ड्राइवर है और बाहर रहकर अपनी रोज़ी रोटी कमाता है. उसने यह मोबाइल चोरी नहीं किया बल्कि किसी दूसरे से 4500 रुपये में खरीदा है.
दरभंगा के डीएसपी दिलनवाज़ अहमद ने मीडिया से बात करते हुए पूरी घटना की पुष्टि की. साथ ही जल्द ही पूरे मोबाइल चोर गैंग को चिन्हित कर सलाखों के पीछे भेजने की बात कही. इस घटना को लेकर हर तरफ महिला एएसआई की चर्चा हो रही है.