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बिहार: युवक की बेरहमी से पिटाई, पुलिस के दखल से कुछ देर बची जान, फिर बदमाशों ने की हत्या

गोपालगंज जिले के सिधवलिया थाने के सलेमपुर गांव में रामचन्द्र सहनी के पुत्र अजय सहनी पर चोरी का आरोप लगाकर उसके हाथ-पांव बांध दिए और उसे रस्सी के सहारे पेड़ में बांध दिया. बाद में उसकी बेरहमी से पिटाई की गई.

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युवक की पीटपीट कर हत्या (फाइल फोटो)
युवक की पीटपीट कर हत्या (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • गोपालगंज में युवक की बेरहमी से पिटाई
  • पेड़ से बांधकर युवक की पिटाई की

बिहार के गोपालगंज जिले में एक युवक के साथ पिटाई करने का मामला सामने आया है. कुछ बदमाशों ने मिलकर एक युवक के हाथ-पांव बांधे और फिर उसकी बेरहमी से पिटाई की. युवक की मां की गुहार पर पुलिस ने पहले उसे मुक्त करा लिया. लेकिन बदमाशों के हौसले इतने बुलंद थे कि उन्होंने दूसरे दिन ही युवक का अपहरण कर लिया और उसकी हत्या कर दी. इस घटना ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं. 

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दरअसल, गोपालगंज जिले के सिधवलिया थाने के सलेमपुर गांव में रामचन्द्र सहनी के पुत्र अजय सहनी पर चोरी का आरोप लगाकर उसके हाथ-पांव बांध दिए और उसे रस्सी के सहारे पेड़ में बांध दिया. बाद में उसकी बेरहमी से पिटाई की गई. पड़ोसी विद्या सहनी के मुताबिक जब हाथ-पैर को पेड़ से बांध कर पिटाई की जा रही थी, उस समय पुलिस आयी तो उन लोगों को तीन चार डंडे लगाकर अजय को पुलिस अपने साथ थाने ले गयी. लेकिन बाजार में उसने पेंट में ही पेशाब कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया.

वह जब वापस लौटा तो पुनः उसे घंटों बांधे रखा गया और बहुत पिटाई की गई. रात बारह बजे वही लोग दोबारा वापस आए और उसे पता नहीं कहां लेकर चले गए. दूसरे दिन सुबह में ही मृतक की मां जीवती देवी थाने में शिकायत करने थाना परिसर पहुंची. लेकिन उसे तत्काल राहत नहीं मिली. बल्कि उसे अपने बेटे के शव को पहचानने पुलिस वाहन से ले जाया गया. 

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वह रोते हुए बार-बार यही रट लगा रही थी कि पुलिस उसे वापस नहीं भगाती तो उसका बेटा नहीं मरता. दूसरे दिन ही पूर्वी चंपारण के गोविन्दगंज थाना क्षेत्र में गंडक नदी से शव को बरामद किया गया. इस प्रकार पुलिस के एक्शन पर परिजनों द्वारा सवाल उठाए जा रहे हैं. 

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पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि मृतक की मां के आवेदन पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. इस मामले में पांच लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. इस मामले को लेकर डीएसपी को जांच का आदेश दिया गया है. 

उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट में अगर पुलिस की चूक मिली तो सख्त करवाई की जाएगी. दर्ज एफआईआर में उसी गांव के वीरेंद्र महतो, मंतोष महतो, सोनू कुमार, कृष्णा महतो और आशा देवी को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. एसपी का कहना है कि अभी तो गिरफ्तारी नहीं हुई है. गिरफ्तारी के बाद तुरंत पूरी घटना का खुलासा कर दिया जाएगा. 
 

 

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