राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार को बिहार के कई शहरों में छापेमारी की. एनआईए को पटना में छापेमारी के दौरान संतोष पांडेय के घर से एक हथियार मिला है. संतोष पांडेय पूर्व विधायक सुनील पांडेय और पूर्व एमएलसी हुलास पांडेय का भाई है. हालांकि एनआईए ने अभी तक नहीं बताया है कि संतोष पांडेय से बरामद हथियार एके-47 ही है या कोई और. इससे पहले एनआईए ने बिहार के बक्सर में भी छापेमारी की थी. अभी एनआईए की टीम का सर्च ऑपरेशन जारी है.
बता दें कि एनआईए यह छापेमारी मध्य प्रदेश की जबलपुर में स्थित सेना के आयुध डिपो से चुराई गईं एके-47 राइफलों के मामले में कर रही हैं. एनआईए अभी तक बिहार में 11 ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है.
दरअसल, बिहार के मुंगेर में पिछले साल अगस्त में AK-47 राफइलें बरामद हुई थी. मुंगेर पुलिस को जांच में पता चला कि ये राइफल जबलपुर के आयुध डिपो से चोरी हुई राइफलों में से हैं. पुलिस को शक था कि इन राइफलों को माओवादियों को देने का प्लान था. अब इस मामले की जांच एनआईए कर रही है.
इससे पहले मुंगरे में एके-47 बरामदगी के मामले में युवा राष्ट्रीय जनता दल की मुंगरे जिला इलाई के अध्यक्ष परवेज चांद की गिरफ्तारी हो चुकी है. परवेज चांद को पुलिस ने अप्रैल 2019 में गिरफ्तार किया था. उसे पुलिस ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह गांव स्थिति उसके घर से अरेस्ट किया था.
तब मुंगेर के सहायक पुलिस अधीक्षक हरिशंकर कुमार ने बताया था कि मोहम्मद परवेज चांद उर्फ भोलू की गिरफ्तारी मुफस्सिल थाना कांड संख्या 334/18 में पुलिस ने की है. उन्होंने बताया कि बरदह निवासी अमना खातून को गिरफ्तार किया गया जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने कब्रिस्तान के चारदीवारी के समीप खुदाई कर दो एके-47 राइफल और छह मैगजीन बरामद की थी.
उन्होंने बताया, 'मुंगेर पुलिस अब तक 22 एके-47 बरामद कर चुकी है. इस मामले में विभिन्न थानों में आठ अलग-अलग मामले दर्ज कराए गए थे. इनमें से एक मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही है. बताया जाता है कि बरामद सभी एके-47 मध्य प्रदेश के एक आर्डनेंस कारखाने से गायब की गई थी.’