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बिहारः जूनियर डॉक्टरों और तिमारदारों के बीच हिंसक झड़प, कई एंबुलेंस फूंकी

बिहार के मुजफ्फरपुर का श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल उस वक्त रणक्षेत्र में तब्दील हो गया, जब अस्पताल के जूनियर डॉक्टर और एक मरीज के परिजनों के बीच ज़बरदस्त हिंसक झड़प और पत्थरबाजी हुई. इस घटना में अस्पताल के कई एंबुलेंस आग के हवाले कर दी गईं.

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इस संबंध में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है
इस संबंध में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है

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बिहार के मुजफ्फरपुर का श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल उस वक्त रणक्षेत्र में तब्दील हो गया, जब अस्पताल के जूनियर डॉक्टर और एक मरीज के परिजनों के बीच ज़बरदस्त हिंसक झड़प और पत्थरबाजी हुई. इस घटना में अस्पताल के कई एंबुलेंस आग के हवाले कर दी गईं.

दरअसल, गुरुवार की रात एक महिला मरीज को पटना के अस्पताल से मुजफ्फरपुर के श्री कृष्ण मेडिकल अस्पताल लाया गया था मगर रात को ड्यूटी पर मौजूद जूनियर डॉक्टरों ने उसका इलाज करने से यह कह कर मना कर दिया कि उसकी हालत बिल्कुल नाजुक थी और उसका बच पाना मुश्किल. इसी बीच इस मरीज की मौत हो गई जिसके बाद यह पूरा विवाद शुरू हुआ.

रात को जूनियर डॉक्टर और मरीज के परिजनों के बीच हाथापाई शुरू हुई और शुक्रवार की सुबह होते होते तक हिंसक रुप ले लिया. अस्पताल में मौजूद एंबुलेंस के ड्राइवरों ने भी मरीज के परिजनों का साथ दिया और डॉक्टरों के साथ गिर गए.

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उग्र जूनियर डॉक्टरों ने सबसे पहले राष्ट्रीय राजमार्ग 77 को जाम किया और उसके बाद अस्पताल में मौजूद दर्जन एंबुलेंस को आग के हवाले कर दिया. इसी बीच मरीज के परिजन और एंबुलेंस के ड्राइवरों ने जूनियर डॉक्टरों के साथ जमकर एक दूसरे पर पत्थरबाजी भी की.

आसपास के गांव वालों ने भी मरीज के परिजनों का साथ दिया और जूनियर डॉक्टरों पर पथराव किया. इस हिंसक झड़प में अस्पताल के आसपास लगे तकरीबन 50 गाड़ियों को भी बुरी तरीके से क्षतिग्रस्त कर दिया गया.

इलाके में जब हालात काबू से बाहर हो गया तो जाकर मुज़फ़्फ़रपुर प्रशासन की नींद खुली और आनन-फानन में जिलाधिकारी और एसएसपी मौके पर पहुंचे और हिंसक झड़प कर रहे लोगों पर जमकर लाठी चार्ज किया. 5 घंटे तक जूनियर डॉक्टरों के साथ मरीज के परिजनों और इलाके के लोगों के बीच हिंसक झड़प चलता रहा.

इसी बीच अस्पताल में मौजूद अन्य मरीज अपनी जान बचाने के लिए खुद को अस्पताल के अंदर ही बंद कर लिया. प्रशासन के बल प्रयोग के बाद फिलहाल हालत को शांत कराया जा चुका है. हिंसक झड़प में शामिल चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है.

मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि वह इस पूरे मामले की जांच कर आ रहे हैं आखिर विवाद की असली वजह क्या थी. जिलाधिकारी ने कहा कि हिंसक झड़प में जो भी दोषी होगा उसे बक्शा नहीं जाएगा और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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