पटना पुलिस लाइन में हुए हंगामे और तोड़फोड़ की घटना की जांच तेजी से हो रही है. महिला सिपाही की मौत के बाद पुलिस लाइन में हुए बवाल मामले में 175 पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया गया है.
जोनल आईजी नैय्यर हसनैन खान ने बताया कि 167 नए और 8 पुराने सिपाहियों को बर्खास्त किया गया है. साथ ही 23 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी किया गया है. इनमें एक हवलदार और 2 सिपाही ऐसे शामिल हैं, जिन्हें अनुशासन बनाए रखने का जिम्मा दिया गया था. पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है.
जिन 93 पुलिसकर्मियों के जोन ट्रांसफर का समय पूरा हो गया है, उनका तबादला भी कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि सविता पाठक को छुट्टी नहीं दिए जाने पर तीन पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है.
राजधानी पटना के लोदीपुर में शुक्रवार को हुए सिपाही हंगामा मामले में बुद्ध कॉलोनी थाना में दो प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
पटना की सड़कों पर गुरुवार (1 नवंबर) को रंगरूटों ने जमकर प्रदर्शन किया था. महिला पुलिसकर्मी की मौत के बाद गुस्साए महिला और पुरुष रंगरूटों ने पटना के नवीन पुलिस लाइन के अंदर और बाहर सड़कों पर एसपी और डीएसपी जैसे आलाधिकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था.
पुलिसकर्मियों के इस व्यवहार से पुलिस-प्रशासन के साथ ही सरकार की भी बहुत भद पिटी थी जिसके बाद बुद्ध कॉलोनी थाना में दो प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इसमें 167 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई, वहीं 350 अज्ञात लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया था.
एक मामला बुद्ध कॉलोनी थाना प्रभारी के बयान पर तो दूसरा सार्जेंट मेजर के बयान पर दर्ज किया गया था. बता दें कि पूरे मामले की जांच खुद जोनल आईजी नैय्यर हसनैन खान कर रहे हैं.