पूर्णिया के बाल सुधार गृह पर बुधवार देर शाम बाइक सवार 4 अपराधी हमला कर 5 बाल कैदी को छुड़ा कर ले गए. इस हमले में अपराधियों ने 2 लोगों की हत्या भी कर दी. इसमें एक बाल कैदी और हॉउस फादर शामिल हैं.
क्या है पूरा मामला?
बुधवार शाम 2 बाइक पर सवार 4 अपराधी आए और अंदर बंद बाल कैदी से बात करने लगे. फिर सभी साथ होकर अंदर सरोज नाम के बाल कैदी को ढूंढ़ने लगे. इस पर सभी को हाउस फादर बिजेंद्र कुमार ने रोकने की कोशिश की तो उन्हें गोली मार दी. फिर सभी अंदर कमरे में पहुंच सरोज नाम के बाल कैदी को 2 गोली मार दी, जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई.
वहीं अस्पताल जाते समय हाउस फादर ने भी दम तोड़ दिया. मृत बाल कैदी सरोज कुमार मधेपुरा का रहने वाला था. हाउस फादर स्थानीय गढ़बनेली का निवासी थे. गोली की आवाज सुनकर सारे बाल कैदी अपने-अपने बेड के अंदर छुप गए. गोली की आवाज सुनकर सुरक्षा में तैनात गार्ड ने गेट को बंद कर दिया. इसपर गोली चलाने वाले बाल कैदी ने फ़िल्मी स्टायल में सर पर पिस्टल रख गेट को खुलवाया और भाग खड़े हुए.
भागते वक़्त अपराधी 5 बाल कैदियों को भी साथ लेकर भाग गए. जिसमें ततमा टोली लाइन बस्ती का शुभम कुशवाहा, मरंगा थाना क्षेत्र के ही कल्लु, ब्रजेश कुमार एवं मधेपुरा जिले के राजा कुमार एवं विकास कुमार शामिल हैं. घटना के बाद डीएम प्रदीप कुमार और एसपी विशाल कुमार सदर अस्पताल जाकर घटना की जानकारी ली. एसपी विशाल शर्मा ने घटना के बाद शहर की नाकेबंदी कर दी. सभी भागे बाल कैदियों को पकड़ने के लिए सभी थाने के पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है.
पूर्णिया में इस तरह की घटना को पहली बार अंजाम दिया गया है. घटना के बाद अन्य बाल कैदियों में दहशत का माहौल है. भागे सभी बाल कैदी कोरेक्स सिरप का नशा करते थे. सोमवार को मृतक बाल कैदी सरोज कुमार ने इसकी शिकायत हाउस फादर से कर दी थी. जिसके बाद हाउस फादर द्वारा इन लोगों को डांटा गया था. इसके बाद सभी ने सरोज से झगड़ा किया और धमकी दी. मंगलवार को सभी ने फोन कर बाहर अपने साथियों को इसकी जानकारी दी. जिसके बाद तय प्लान के मुताबिक, 4 अपराधी अंदर घुसे और उसके साथ मिलकर भागे सभी कैदियों ने इस घटना को अंजाम दिया.