बिहार में बच्चा चोरी की अफवाह पर भीड़ पिटाई का एक और मामला सामने आया है. रेलवे के दो इंजीनियर और एक कर्मी मॉब लिंचिंग का शिकार होने से बाल-बाल बच गए. मामला समस्तीपुर के बंगरा थाना क्षेत्र का है. सोमवार को रेलवे के दो इंजीनियर और एक कर्मी सर्वे के लिए इलाके में पहुंचे थे. तभी ग्रामीणों ने बच्चा चोर का हल्ला कर तीन लोगों को पहले तो दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और फिर उन्हें पेड़ से बांध कर पिटाई की.
दोनों इंजीनियर अपना आई कार्ड, पैन कार्ड दिखाकर भीड़ से उन्हें छोड़ देने की मिन्नत करते रहे लेकिन भीड़ ने एक न सुनी. ग्रामीणों ने दोनों इंजीनियरों का मोबाइल भी छीन लिया. दोनों इंजीनियर्स और रेलवे कर्मी समस्तीपुर से भगवानपुर नई रेल लाइन बिछाने को लेकर मुन्नीचक-सरसौना गांव में सर्वेक्षण का काम कर रहे थे. मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह समझा-बुझाकर लोगों को शांत किया और तीनों की जान बचाई. इस मामले में 5 को नामजद और 10 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई है.
समस्तीपुर डीएसपी विजय सिंह ने कहा कि बंगरा थाना क्षेत्र में मुन्नी हाट चौक के पास रुड़की से एक टीम आई हुई थी. वे नई लाइन बिछाने को लेकर सर्वेक्षण काम कर रहे थे. अचानक किसी ने बच्चा चोरी की अफवाह फैला दी. भीड़ जुट गई और दो इंजीनियरों की पिटाई हो गई. पुलिस ने पहुंच कर उन लोगों को बचाया और इंजीनियर अरविंद कुमार के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. डीएसपी विजय सिंह ने लोगों से अपील की कि अफवाहों से बचें. पहले किसी भी मामले की तहकीकात कर लें और इसकी सूचना पुलिस को दें, न कि कानून को अपने हाथ में लें.