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बिहार: 34 छात्राओं से मारपीट में एक नाबालिग समेत 9 गिरफ्तार

बिहार के सुपौल के छात्राओं के साथ की गई मारपीट की घटना ने हर किसी को हैरान किया है. सुशासन का दावा करने वाली नीतीश सरकार पर एक बार फिर सवाल उठने शुरू हो गए हैं.

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अस्पताल में भर्ती छात्राएं (फोटो- रोहित कुमार सिंह)
अस्पताल में भर्ती छात्राएं (फोटो- रोहित कुमार सिंह)

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एक तरफ जहां देश में महिलाओं के साथ किए जाने वाले उत्पीड़न के विरोध में #MeToo मुहिम चलाई जा रही है, तो वहीं दूसरी तरफ बिहार में छात्राओं के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. बिहार के सुपौल में छेड़खानी का विरोध करने पर 34 छात्राओं की बेरहमी से पिटाई कर दी गई. अब इस मामले में गिरफ्तारी का दौर जारी है.

सुपौल के त्रिवेणीगंज के ASP ने इस मसले पर कहा कि अभी तक कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, इनमें से एक नाबालिग भी है. उन्होंने कहा कि हम इस मामले में जांच करके ही गिरफ्तारी कर रहे हैं. हम नहीं चाहते हैं कि कोई बेकसूर गिरफ्तार हो.

बता दें कि शनिवार को मनचलों ने स्कूल में घुसकर यहां रहने वाली लड़कियों के साथ मारपीट की थी, जिसमें 35 से ज्यादा लड़कियां घायल हो गई थीं.

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पीड़ित छात्राओं का कहना है कि छात्राएं जब परिसर में खेल रही थी उसी दौरान बाहर से मनचलेअभद्र टिप्पणियां करने लगे, लड़कियों ने जब इसकी शिकायत शिक्षकों से की उसके बाद यहमनचले वहां से चले गए लेकिन उसके बाद अपने कई साथियों और गांव के लोगों के साथ लौटे और स्कूल में घुसकर मारपीट की.

हमले को लेकर बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर ट्वीट के जरिए हमला किया. तेजस्वी ने अपने ट्वीट में यह लिखा था कि 'बिहार में सुपौल के त्रिवेणीगंज के कस्तूरबा गांधी गर्ल्स स्कूल में घुसकर असामाजिक तत्वों द्वारा हॉस्टल में रहने वाली 34 छात्राओं को बुरे तरीके से मारा-पीटा गया है. बेख़ौफ गुंडों की मार से घायल सभी छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सरकार नरम है, अपराध चरम पर है.'

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