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बिहारः दलितों के घर जलाने के मामले में 11 अरेस्ट, थाने से ही मिली बेल

आरोपियों को थाने से ही जमानत मिलने की खबर जैसे ही DIG अनिल कुमार सिंह को पता चली, उन्होंने तुरंत सभी आरोपियों के बेल बॉण्ड कैंसिल कर दिए. अब पुलिस उन्हें फिर से गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है.

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दबंगों को थाने से ही मिल गई जमानत
दबंगों को थाने से ही मिल गई जमानत

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बिहार में पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर में दलितों की बस्ती में आगजनी के मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. लेकिन मामले में चार दिन तक कोई कार्रवाई न करने वाली पुलिस पर गिरफ्तारी के बाद फिर से लापरवाही बरतने का मामला सामने आया है. 

दरअसल, शनिवार की दोपहर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और कुछ ही घंटे बाद उन्हें थाने से ही बेल बॉण्ड भरने के बाद जमानत भी मिल गई. आरोपियों को थाने से ही जमानत मिलने की खबर जैसे ही DIG अनिल कुमार सिंह को पता चली, उन्होंने तुरंत सभी आरोपियों के बेल बॉण्ड कैंसिल कर दिए.

इसके बाद फिर से सभी आरोपियों की गिरफ्तारी का आदेश जारी किया गया. स्थानीय पुलिस अब सभी आरोपियों को फिर से गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है. बता दें कि राघोपुर में 28 मई को दबंगों ने दलित बस्ती में जमकर उपद्रव किया और 15 दलित परिवारों के घरों को आग लगा दी थी.

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इस मामले ने राज्य में राजनीतिक रंग ले लिया और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इसे लेकर आरजेडी और तेजस्वी पर जमकर निशाना साधा. सुशील मोदी के हस्तक्षेप के बाद घटना के चार दिन बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 11 लोगों को गिरफ्तार किया.

बताया जा रहा है कि वैशाली जिले के राघोपुर दियारा के मलिकपुर गांव में जमीन विवाद को लेकर दबंगों ने 15 दलित परिवारों के साथ हाथापाई की और उन्हें बुरी तरीके से पीटा, जिसके बाद उनके घरों में आग लगा दी. घटना के बाद दलित परिवारों ने पुलिस और प्रशासन से मदद की गुहार लगाई, मगर उन्हें किसी भी प्रकार की सहायता नहीं मिली.

उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया था कि इस पूरी घटना में शामिल दबंग आरजेडी से जुड़े हुए हैं और इन्हें आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का संरक्षण प्राप्त है, जिसकी वजह से पुलिस इस पूरे मामले में कोई कार्यवाही नहीं कर रही है.

सुशील मोदी ने इस मामले में शुक्रवार को वैशाली के एसपी से भी बात की. एसपी से बात करने के बाद सुशील मोदी ने आश्वासन दिया था कि इस पूरी घटना में शामिल दबंगों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

इस पूरे मामले को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी काफी गंभीरता से लिया था और 2 दिन पहले जेडीयू नेता अशोक चौधरी को राघोपुर दियारा भेजा था और उनसे जांच रिपोर्ट तलब की थी. राघोपुर दियारा के मलिकपुर गांव का दौरा करने के बाद अशोक चौधरी ने बताया कि स्थानीय दबंगों ने दलितों के साथ अत्याचार किया है.

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