बिहार में 24 घंटे के भीतर एक इंजीनियर समेत 6 लोगों की हत्याओं ने एक बार फिर कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिए हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में बिगड़ते हालात को देखकर अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई है.
बिहार के दरभंगा जिले में 26 दिसंबर को एक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले दो इंजीनियरों की हत्या के बाद लगातार राज्य में इस तरह की घटनाएं सामने आई हैं. पिछले 24 घंटे में तो 6 लोगों की हत्या के मामले सामने आए. जिनमें ताजा मामला वैशाली जिले का है.
बिहार में एक बार फिर जंगलराज की चर्चा शुरू हो गई. दरअसल, मंगलवार को अंकित कुमार नामक एक इंजीनियर की लाश वैशाली जिले के बराती गांव में मिली. जिसे हत्या करने के बाद यहां से गुजरने वाले हाइवे पर सड़क के किनारे फेंक दिया गया था.
जबकि इससे पहले ही सोमवार को नीतीश कुमार ने गृह विभाग की एक बैठक में पुलिस अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने का आदेश दिया था. साथ ही हत्या की वारदातों को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की हिदायत भी दी थी.
लेकिन वैशाली जिले की घटना ने सरकारी कवायद को बेनकाब कर दिया. पुलिस की लापरवाही फिर से सामने आ गई. वैशाली के पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि अंकित की हत्या कार में की गई. उसके गले को रेता गया था. और लाश को हत्या के बाद सड़क पर फेंक दिया गया.
बिहार में जगंलराज की वापसी की बातें चर्चाओं में बनी हुई हैं. इस दौरान पिछले 24 घंटे में हुई कत्ल की वारदातों ने सरकार और पुलिस की परेशानी में इजाफा कर दिया है. लिहाजा पूरा पुलिस महकमा हत्यारों की तलाश में जुटा है.
उधर, नीतीश कुमार राज्य की जनता को भरोसा दिलाने की कोशिश कर रहे हैं कि कानून व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा. मुजरिमों को कड़ी सजा दी जाएगी. मगर सवाल यह है कि आखिर कब?